शिमला। भाजपा का नया प्रदेशाध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर फिलहाल संशय बना हुआ है, ऐसे में पार्टी आलाकमान की तरफ से मौजूदा अध्यक्ष के कार्यकाल को बढ़ाने या नया अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर जारी होने वाले आदेशों का इंतजार किया जा रहा है। मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप के कार्यकाल को यदि पार्टी आलाकमान लोकसभा चुनाव तक नहीं बढ़ाता तो उनके विकल्प के रूप में इस समय सांसद डाॅ. सिकंदर कुमार का नाम प्रमुखता से उभरकर सामने आ रहा है, जो आरएसएस की पसंद भी बताए जा रहे हैं। वह पार्टी का प्रमुख दलित चेहरा भी हैं। इसके अलावा यदि ओबीसी श्रेणी से अध्यक्ष को बनाए जाने का निर्णय लिया जाता है तो उस स्थिति में पूर्व मंत्री व विधायक सुखराम चौधरी का चयन हो सकता है।
ब्राह्मण चेहरे के रूप में सांसद इंदु गोस्वामी और विधायक रणधीर शर्मा के नाम पर मुहर लग सकती है। उल्लेखनीय है कि ऊना में समाप्त हुई भाजपा प्रदेश कार्यसमिति बैठक में अध्यक्ष पद को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई, ऐसे में यह निर्णय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की ओर से लिया जाएगा। भाजपा आलाकमान की तरफ से प्रदेशाध्यक्ष पद पर निर्णय आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर लिया जाएगा। इसमें जातीय समीकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय संतुलन को साधने का प्रयास भी किया जाएगा। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाएगा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी नई कांग्रेस सरकार को कौन चुनौती दे सकता है। प्रदेश में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद प्रदेश सरकार के खिलाफ भाजपा आक्रामक रुख अपनाएगी। इसमें जहां भाजपा कांग्रेस सरकार को 10 गारंटियों के नाम पर घेरने का प्रयास करेगी, वहीं डिनोटिफाई किए गए 900 से अधिक संस्थानों पर भी हस्ताक्षर अभियान चलाने के अलावा प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन भी करेगी।