भाजपा बताए किस नेता ने दिया आजादी की लड़ाई में योगदान: कांग्रेस प्रत्याशी आनंंद शर्मा

आनंद शर्मा ने कहा कि नेतृत्व के आदेश का पालन करते हुए वह आज कांगड़ा-चंबा की जनता के बीच हैं.

Update: 2024-05-25 03:44 GMT

धर्मशाला: कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि राष्ट्र निर्माताओं और शहीदों को कोसने वाले पीएम मोदी और भाजपा को देश की जनता को बताना चाहिए कि उनके कौन से नेता आजादी की लड़ाई में शामिल थे। यह बात उन्होंने आज कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान आयोजित नुक्कड़ सभाओं में कही। इस मौके पर उनके साथ हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक आरएस बाली भी मौजूद रहे। 2024 की चुनाव तारीख इस बार दुनिया के सबसे बड़े चुनाव में 100 करोड़ लोग वोट डालेंगे, जो यूरोप और अमेरिका की आबादी से 20 करोड़ ज्यादा है. हिमाचल उनकी जन्म और कर्मभूमि थी और बाद में पूरा देश उनकी कर्मभूमि बन गया। हिमाचल के आशीर्वाद से ही वे आगे बढ़े। जीएस बाली को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वह मुझसे कई बार कहते थे कि उन्हें कांगड़ा से चुनाव लड़ना चाहिए, आज अचानक उनकी इच्छा पूरी हो गई, लेकिन वह हमारे बीच नहीं हैं। आनंद शर्मा ने कहा कि नेतृत्व के आदेश का पालन करते हुए वह आज कांगड़ा-चंबा की जनता के बीच हैं. प्रचार के दौरान जनता और कार्यकर्ताओं से मिल रहे प्यार से वह अभिभूत हैं।

इस दौरान हमने युवाओं, महिलाओं और हर किसी की आंखों में खुशी और आशा देखी है। उन्होंने कहा कि वह अपने लोगों के बीच काम करने के लिए घर लौटकर खुश हैं। आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई लड़ी. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में संघर्ष हुआ, कांग्रेस नेताओं ने बलिदान दिया, तब जाकर दुनिया का सबसे शक्तिशाली ब्रिटिश शासन पराजित हुआ और देश आजाद हुआ। आजादी के बाद कांग्रेस ने देश को ऐसा संविधान दिया, जो सभी को बराबर का दर्जा देता है। बिना किसी भेदभाव के सभी को उनका अधिकार दिया गया। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को वोट देने का अधिकार दिया गया, चाहे वह अमीर हो या गरीब और किसी भी जाति या धर्म का हो, उसे देश का भविष्य चुनने का अधिकार मिला। उन्होंने कहा कि खासकर युवाओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि उनके माता-पिता उनके भविष्य को लेकर चिंतित हैं. इसलिए ऐसी सरकार चुनें जो उनके भविष्य के बारे में सोचे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव संविधान बचाने का चुनाव है. विपक्षी दल इतना बहुमत चाहते हैं कि संविधान बदला जा सके. उन्होंने कहा कि अगर देश की जनता नहीं समझेगी तो यह चुनाव भारत का आखिरी चुनाव होगा.

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