बिंदल ने कृषि कानून वापस लेने के फैसले का किया स्वागत
बीते दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा तीन कृषि कानूनों (three agricultural laws) को वापस लिए जाने के फैसले की घोषणा करना सारी दुनिया के लिए एक नया संदेश लेकर आया है.
जनता से रिश्ता। बीते दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा तीन कृषि कानूनों (three agricultural laws) को वापस लिए जाने के फैसले की घोषणा करना सारी दुनिया के लिए एक नया संदेश लेकर आया है. भारत का लोकतंत्र (India's democracy) विश्व का सबसे शानदार लोकतंत्र बन कर उभरा है. नरेन्द्र मोदी देश के सबसे बड़े स्टेटसमैन बनकर उभरे हैं. यह बात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल ( bjp mla dr. rajiv bindal) ने कही.डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि केंद्र सरकार ने केवल इसलिए 3 कृषि कानूनों को वापिस ले लिया, क्योंकि वे इससे होने वाले लाभ किसानों को नहीं समझा पाए (Couldn't convince farmers) या फिर हमारे किसान भाई समझ नहीं पाए. बिंदल ने कहा कि इंडिया ने 'भारत माता' का विभाजन देखा है. करोड़ों भारतीयों को अपना घर-बार, माता-पिता, बच्चों से बिछुड़ते देखा है. विभाजन की आग में लाखों के कत्लेआम का साक्षी बना है भारत. भारत ने मजहबी, उन्माद की आंधी देखी है. परन्तु उस समय के सत्तासीन नेताओं ने देशवासियों से क्षमा याचना करना तो दूर भारत माता के अंग-भंग होने पर खेद तक जताना उचित नहीं समझा.