कर्मचारी यूनियन का बड़ा आरोप, कर्मचारियों से दोहरे मापदंड अपना रही हिमांचल सरकार

राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा ने कहा कि सरकार नया इतिहास जोडऩे का प्रयास कर रही है।

Update: 2022-03-16 07:35 GMT

शिमला, राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा ने कहा कि सरकार नया इतिहास जोडऩे का प्रयास कर रही है। जो कर्मचारी मांगों के समर्थन में आवाज उठाएगा, उस पर पुलिस बल प्रयोग कर मामले दर्ज कर तबादला किया जाएगा। जो विधानसभा परिसर में जय श्रीराम के नारे लगाएगा, उन्हें संबोधित करने के लिए सरकार सड़क पर आ रही है। सरकार कर्मचारियों से दोहरे मापदंड अपना रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी नेताओं पर एफआइआर, स्कूल जाकर छुट्टी का कारण जांचना, प्रताडि़त करने के लिए दूरदराज क्षेत्रों में तबादला करना जैसी कार्रवाई सरकार कर रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बीएमएस ने मांगों के समर्थन में सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस ने उन पर भी लाठियां भांजी। सरकार ने मामले दर्ज करने के बजाय उनके साथ वार्ता की। आरोप लगाया कि ट्रेड यूनियन को खत्म करने के लिए दमनकारी नीतियां अपनाई जा रही हैं।
उन्होंने चेताया कि यदि सरकार एफआइआर वापिस नहीं लेगी तो संयुक्त कर्मचारी महासंघ आंदोलन तेज करेगा। मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि आंदोलन करने वाले कर्मचारी संगठनों से बात नहीं की जाएगी। कर्मचारियों को अपने अधिकारों की लड़ाई लडऩे के लिए धरना-प्रदर्शन करने की इजाजत संविधान का अनु'छेद 19 देता है। कर्मचारियों के अधिकारों पर दमनकारी नीति अपनाना असंवैधानिक है।
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