शिमला। 14वीं विधानसभा का पहला बजट सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। सत्र के दौरान विपक्षी भाजपा पूर्व सरकार के समय में संस्थानों को डिनोटिफाई करने एवं प्रदेश पर बढ़ते कर्ज के बोझ सहित अन्य विषयों को उठा सकती है, जिससे सदन के भीतर और बाहर हंगामा होने के पूरे आसार हैं। हालांकि सदन के भीतर गतिरोध की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सर्वदलीय बैठक की। बैठक में नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भाग लिया। सत्र के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जिनके पास वित्त विभाग भी है, 17 मार्च को वित्तीय वर्ष, 2023-24 के बजट को प्रस्तुत करेंगे। 6 अप्रैल तक चलने वाले सत्र में कुल 18 बैठकें होंगी।
इस दौरान 16 मार्च तथा 24 मार्च का दिन गैर सरकारी कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है तथा 20 से 23 मार्च तक (4 दिन) को बजट अनुमानों पर चर्चा होगी। इसके बाद 27 से 29 मार्च तक (3 दिन) अनुदान मांगों पर चर्चा होगी तथा 29 मार्च को वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए बजट पारित होगा। बजट सत्र के लिए अब तक करीब 1,000 से अधिक सवाल पक्ष-विपक्ष के सदस्यों की तरफ से पूछे जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त नियम-101 के अंतर्गत 4 तथा नियम-130 के अंतर्गत 4 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। विधानसभा बजट सत्र की शुरूआत मंगलवार को पूर्व मंत्री स्वर्गीय मनसा राम को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू होगी। इसमें पक्ष-विपक्ष के सदस्य दिवंगत नेता को अपनी श्रद्धांजलि देंगे।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में पक्ष-विपक्ष से सहयोग की अपील की गई है। वह अपने दायित्व के बारे में पूरी तरह से वाकिफ हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी सदस्य विधानसभा की उच्च परम्पराओं और गरिमा का पूरा ध्यान रखेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक के अलावा कार्य सलाहाकार समिति की बैठक की अध्यक्षता भी की। इसमें नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, विधायक विपिन सिंह परमार, संजय रतन तथा राकेश जम्वाल ने भाग लिया। विधानसभा अध्यक्ष ने इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सदस्य सुविधा समिति के लिए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री तथा कार्य सलाहकार समिति में लिए के.एल. ठाकुर को नामांकित किया है।