अनिता वर्मा ने हमीरपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर हमला बोला
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष (himachal congress vice president ) एवं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव अनीता वर्मा ने हमीरपुर में प्रेस वार्ता (press conference in hamirpur) को संबोधित किया.
जनता से रिश्ता। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष (himachal congress vice president ) एवं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव अनीता वर्मा ने हमीरपुर में प्रेस वार्ता (press conference in hamirpur) को संबोधित किया. इस दौरान अनिता वर्मा ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा (congress attacks on bjp). अनिता वर्मा ने कहा कि उपचुनाव में महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे ने लोगों को भाजपा के खिलाफ वोट(vote against bjp) करने के लिए मजबूर किया. अब बैठकें कर एक-दूसरे पर दोषारोपण किया जा रहा है. भाजपा की तरफ से यह जताने का प्रयास किया जा रहा है कि उनके कार्यकाल में कुछ भी जन विरोधी कार्य नहीं हुआ है.
कांग्रेस नेत्री ने निशाना साधते (congress attacks on bjp) हुए कहा कि हिमाचल बीजेपी कार्यसमिति की बैठक (himachal bjp working committee meeting) में गुटबाजी खुलकर सामने आई है. उपचुनाव के नतीजों से भाजपा बुरी तरह से घायल हो चुकी है. बीजेपी को उपचुनाव में मिली हार (bjp defeat in by election himachal) पर मंथन करके जनविरोधी नीतियों को बंद करने का प्रण लेना चाहिए.अनिता वर्मा ने कहा कि उपचुनाव में हार (bjp defeat in by election himachal) के बाद भाजपा नेताओं की हताशा इतनी बढ़ गई है की अब वो सरकारी कर्मचारियों को भी सरेआम सोशल मीडिया पर धमकियां दे रहे हैं. बेहतर होता प्रदेश के सारे भाजपा नेता केंद्र से एक आर्थिक पैकेज की मांग करते, ताकि मात्र कर्जे के सहारे चल रही प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधारी जाती. अब हिमाचल की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाने का मन बना लिया है. भाजपा अगले विधानसभा चुनावों (assembly election 2022 in himachal) में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाएगी.
वहीं, बीजेपी नेताओं के बयान पर भी कांग्रेस नेत्री ने प्रेस वार्ता (congress leader press conference) के दौरान पलटवार किया है. अनिता वर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेता अति उत्साहित नहीं हैं, बल्कि चुनावों से पहले भाजपा अति उत्साहित थी. कांग्रेस हमेशा धरातल पर रहकर ही काम करती है. ये भाजपा है जिसने अति उत्साह के चलते ही उपचुनाव में प्रचार के लिए केंद्र से शीर्ष नेताओं (center top bjp leaders) को प्रचार के लिए नहीं बुलाया, उनकी हार का भी यह बहुत बड़ा कारण था.