मानसिक तनाव में चल रहे एक इंजीनियर युवक ने आहत होकर फंदा लगाकर दी जान

Update: 2024-04-27 14:20 GMT
शिमला : सरकारी नौकरी नहीं मिलने से मानसिक तनाव में चल रहे एक इंजीनियर युवक ने आहत होकर फंदा लगाकर जान दे दी। घटना हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के उपमंडल झंडूता की ग्राम पंचायत बलोह के सगास्वीं गांव में हुई है। युवक ने अपने सुसाइड नोट में सरकारी नौकरी पाने में असमर्थ रहने का जिक्र किया है। सुसाइड नोट में उसने माता-पिता से माफी मांगी है और उन्हें नानी का ख्याल रखने के लिए लिखा है।
 जानकारी के अनुसार आकाश कुमार (24) पुत्र राजेंद्र कुमार निवासी गांव कपाहड़ा तहसील घुमारवीं बिलासपुर ने शुक्रवार रात को सगास्वीं स्थित अपने नानी के घर में दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। युवक के पिता राजेंद्र कुमार ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि आकाश बीटेक पास था। ढाई साल तक उसने केलांग में एक निजी कंपनी में नौकरी की। तीन दिन पहले उसने बिलासपुर में रेल लाइन का निर्माण कर रही कंपनी में बतौर इंजीनियर ज्वाइन किया था। उनका बेटा अधिकतर ननिहाल में बुजुर्ग नानी के साथ रहता था। शुक्रवार रात बेटे के साथ मोबाइल पर बात हुई।
उसने खाना खुद बनाया था। शनिवार सुबह बेटे का मोबाइल बंद आया। इस पर वह सगास्वीं चले गए। वहां देखा तो आकाश का कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा खटखटाया तो कोई आवाज नहीं आई। जोर से धक्का देने पर दरवाजा खुला तो बेटा पंखे से नानी के दुपट्टे के साथ लटका हुआ था। सूचना मिलने पर तलाई थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें आत्महत्या करने और सरकारी नौकरी न मिलने की बातें लिखी थीं। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने बताया कि मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। सुसाइड नोट की लिखावट की जांच की जा रही है।
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