किन्नौर में 2 दिसंबर से 6 दिसम्बर तक खराब मौसम के चलते प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी

जनजातीय जिला किन्नौर में 2 दिसंबर से 6 दिसंबर तक खराब मौसम के चलते प्रशासन द्वारा अलर्ट (Weather alert in Kinnaur) जारी किया है. ऐसे में जिले की ऊंची पहाड़ियों पर ताज़ा बर्फबारी ने (Snowfall in Kinnaur) पहाड़ियों को अपनी सफेद चादर में लपेट लिया है.

Update: 2021-12-03 11:09 GMT

जनता से रिश्ता। जनजातीय जिला किन्नौर में 2 दिसंबर से 6 दिसंबर तक खराब मौसम के चलते प्रशासन द्वारा अलर्ट (Weather alert in Kinnaur) जारी किया है. ऐसे में जिले की ऊंची पहाड़ियों पर ताज़ा बर्फबारी ने (Snowfall in Kinnaur) पहाड़ियों को अपनी सफेद चादर में लपेट लिया है. किन्नौर जिले के निचले क्षेत्रों में मध्य रात्रि तक हल्की हल्की बारिश हुई. वहीं, जिला के ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में बर्फबारी ने दस्तक दे दी है. जिले के छितकुल, रकछम,आसरंग,कुनो चारङ्ग और नाको में करीब 3 से 4 इंच बर्फबारी हुई है.

जिसके चलते इन क्षेत्रों में तापमान शून्य के नीचे चला गया (Kinnaur temperature dropped below zero) है. जिले के नाको में तो इतनी ठंड बढ़ गयी है कि नाको झील भी अब जमना शुरू हो गई है. वहीं, बर्फबारी के चलते सैलानी भी अब इस झील पर आनन्द लेने के लिए पहुंच रहे (Tourists destinations in Kinnaur) हैं. बता दें कि जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले ग्रामीण इलाकों में जहां बर्फबारी से बागवान खुश है. वहीं, बढ़ती ठंड से (Water sources have also started freezing) पीने के पानी के स्त्रोत भी जमने शुरू हो गए हैं. ऐसे में अब जिले के ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या बढ़ सकती है. जबकि बर्फ की खूबसूरत सफेद चादर के नीचे बसे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गुल होने से अंधेरा छा सकता है.
बर्फबारी के बाद सड़कों के बंद होने की आशंका (Possibility of road closure after snowfall) भी बढ़ गई है. जिससे जिला कई बार लंबे समय तक देश दुनिया से कट जाता है. जिले में विकट परिस्थितियों का दौर बर्फबारी के साथ शुरू हो जाता है. ऐसे में जिला प्रशासन और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सर्दियों के दौरान होने वाली बर्फबारी से निपटने के लिए तैयारियां करनी पड़ती हैं.


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