पहाड़ी दरकने से 50 घरों को खतरा

बड़ी खबर

Update: 2022-08-10 17:52 GMT
हिमाचल प्रदेश। बरसात से दरकी पहाड़ी से गवाल गांव को खतरा पैदा हो गया है। पिछले दो दिनों से गांव के पीछे पहाड़ी खिसकने का क्रम जारी है। गांव की आबादी दहशत में आ गई है। पहाड़ी दरकने से बड़ी-बड़ी चट्टाने दरारों के ऊपर आ गई है। जानकारी के अनुसार जिला कुल्लू के निरमंड और आनी में पिछले दिनों से भारी बारिश हो रही है। बारिश होने से लोट पंचायत के गवाल गांव के पीछे पहाड़ी दरक गई है। 100 मीटर के दायरे दरार आने से पहाड़ आगे खिसक रही है। पहाड़ी के नीचे गवाल गांव है। ऐसे में गांव को खतरा पैदा हो गया है। खतरे के डर से गांव के करीब 50 घरों को खाली कर दिया है। ग्रामीणों ने जब गांव के पीछे जाकर दरकी पहाड़ी को देखा तो अपने सुरक्षा के लिए ग्रामीण अपने घर छोडक़र सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए हैं।
ग्रामीणों के अनुसार पहाड़ी गांव के ठीक पीछे दरकी है। इससका मलवा गांव की आ सकता है। जहां पर पहाड़ी दरकी है, वहां पर दरारों के बीच बड़ी-बड़ी चट्टानें बाहर आ गई है। यदि बरसात का मौसम यूं ही रहा और चट्टानों को रोकने के लिए कुछ इंतजाम प्रशासन ने नहीं किए तो गांव को खतरा पैदा हो सकता है। गांव पर मंडराते खतरे को देखते हुए हालांकि बीते सोमवार को नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे, लेकिन मंगलवार को एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह अपनी पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। वहीं, क्षेत्र का जायजा लिया। नायब तहसीदार निरमंड टेक चंद ने बताया कि पहाड़ी में दरारें आने के कारण यहां गांव के करीब 50 घरों को खतरा बना हुआ है। गांव के इन घरों में रह रहे सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रिश्तेदारों के यहां ठहराया गया है।
Tags:    

Similar News