पशुओं को बचाने के लिए सोलन में 5 टीमें गठित

Update: 2022-08-08 16:49 GMT
पशुओं को बचाने के लिए सोलन में 5 टीमें गठित
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सोलन: देश के कई राज्‍यों में गायों और भैंसों में लंपी स्किन रोग वायरस का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. अब यह रोग हिमाचल में भी दस्तक दे चुका है. जिला सोलन भी इससे अछूता नहीं रहा है. इससे जिले में कई पशुओं की मौत भी हो चुकी है, लेकिन अब वैक्सीन से इस रोग पर काफी हद तक नियंत्रण कर लिया है. पशुपालन विभाग सोलन ने इस रोग इस लड़ने के लिए विभिन्न टीमें सोलन शहर में गठित कर ली हैं और आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. यह जानकारी पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक मनदीप कुमार ने मीडिया को दी.सहायक निदेशक मनदीप कुमार ने बताया कि (lampi Virus in Solan) अभी तक लंपी रोग से जिले में करीबन 4 पशुओं की मौत हो चुकी है, लेकिन इस रोग को नियंत्रण करने के लिए जिला में पांच रैपिड वैक्सीनेशन टीमें गठित कर दी गई हैं. इन्हें सोलन के पांचों ब्लॉक में तैनात कर दिया गया है. वहीं, सोलन में इन सभी टीमों पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. अभी तक जिला सोलन में 830 पशुओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी हो. उनकी टीम को जैसे ही पता चलता है कि कोई पशु इस बीमारी से पीड़ित है तो उस क्षेत्र के आस पास के पांच किलोमीटर के क्षेत्र में वैक्सीनेशन की जा रही है.उन्होंने बताया कि इस बीमारी में (lampi Virus in Himachal) पशुओं के शरीर पर फफोले पड़ जाते हैं और उसे तेज बुखार आता है. लंपी स्किन रोग एक संक्रामक रोग है जो वायरस की वजह से तेजी से फैलता है और कमजोर इम्‍यूनिटी वाली गायों को खासतौर पर प्रभावित करता है. इस रोग का कोई ठोस इलाज न होने के चलते सिर्फ वैक्सीन के द्वारा ही इस रोग पर नियंत्रण और रोकथाम की जा सकती है.

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