Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: सोलन जिले के 11 स्कूलों को विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र, दिल्ली द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए ग्रीन श्रेणी में प्रमाणन प्राप्त हुआ है। इसमें आठ सरकारी और तीन निजी स्कूल शामिल हैं। उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सोलन मोहिंदर चंद पिरटा ने बताया कि ग्रीन स्कूल कार्यक्रम की वेबसाइट पर सोलन जिले के 101 स्कूलों का विवरण अपलोड किया गया है, जिसमें उनके पर्यावरण संरक्षण संबंधी प्रयासों को दर्शाया गया है। इसमें से सोलन जिले के 11 स्कूलों को विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र द्वारा किए गए पर्यावरण ऑडिट के आधार पर ग्रीन श्रेणी में प्रमाणित किया गया है। ग्रीन स्कूल कार्यक्रम अपने पर्यावरण प्रथाओं पर एक ‘निरीक्षण’ या ‘सर्वेक्षण’ है जिसे पर्यावरण ऑडिटिंग भी कहा जाता है। इसमें स्कूल में पानी, ऊर्जा, भूमि, वायु और अपशिष्ट के उपयोग और उनके प्रबंधन जैसे विभिन्न पहलुओं को शामिल किया जाता है।
पिरटा ने बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नालागढ़, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मंझोली, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाघेरी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भाटिया, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बोहली, राजकीय उच्च पाठशाला कनाह, केंद्रीय विद्यालय एयरफोर्स स्टेशन कसौली, पाइनग्रोव स्कूल धर्मपुर, इंटरनेशनल स्कूल कसौली, शिवालिक वैली स्कूल नालागढ़ तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला जलाणा को ग्रीन श्रेणी में शामिल किया गया है। ग्रीन श्रेणी में शामिल 11 स्कूलों के प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक, अध्यापक तथा दो स्कूली बच्चों को 4 फरवरी को इंडिया हैबिटेट सेंटर दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा। दिसंबर माह में प्रदेश के सभी स्कूलों का ब्यौरा मांगा गया था, जिसमें सोलन जिले के 101 स्कूलों की रिपोर्ट भी शामिल थी, जिसे वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। इन स्कूलों को पर्यावरण संरक्षण में उनके द्वारा किए गए कार्यों को उजागर करने वाली परियोजनाओं के आधार पर ऑरेंज, येलो तथा ग्रीन प्रमाण पत्र दिए गए हैं।