महिला का पैर ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच में फसा, महिला कांस्टेबल ने यात्री की बचाई जान, पढ़े पूरी खबर

कांस्टेबल ने रफ्तार से महिला को खींच लिया और उसकी जान बच गई।

Update: 2022-02-19 16:07 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: हरियाणा के रोहतक में ड्यूटी पर मुस्तैद आरपीएफ की महिला कांस्टेबल ने शनिवार को करीब 10 मीटर की दूरी चंद सेकेंड में तय करके एक महिला यात्री की जान बचा ली। यही नहीं, इंसानियत दिखाते हुए घबराई महिला को ढांढस बंधाया और फिर सामान उठाकर ऑटो तक ले गईं। महिला कांस्टेबल की बहादुरी और मानवता को देख मौजूद यात्रियों ने तालियां बजाईं। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की महिला कांस्टेबिल पिंकी प्लेटफार्म नंबर-एक पर ड्यूटी कर रही थीं। करीब 11:50 बजे श्रीगंगानगर एक्सप्रेस ट्रेन स्टेशन पर आकर रुकी। जब ट्रेन चलने लगी तो एक महिला हड़बड़ाकर हाथ में बैग लेकर उतरने लगी। यह देख कांस्टेबल पिंकी ने फुर्ती से करीब 10 मीटर की दौड़ लगा दी मगर तब तक महिला का पैर ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच के गैप में चला गया। कांस्टेबल ने रफ्तार से महिला को खींच लिया और उसकी जान बच गई।

पहले जान बचाई फिर ऑटो में बैठाया
इसके बाद कांस्टेबल ने घबराई महिला को बैठाया और फिर उसका बैग उठाकर ऑटो तक ले गईं। महिला कांस्टेबिल की बहादुरी और मानवता को देख वहां मौजूद यात्रियों ने शाबासी देने के साथ खूब तालियां बजाईं।
इस वजह से महिला यात्री चलती ट्रेन से उतरी
64 वर्षीय महिला यात्री राजबाला ने बताया कि वह झज्जर की रहने वाली है। उसे आंख लग गई जिसकी वजह से स्टेशन आने के बारे में उसे पता नहीं चला। जब ट्रेन चलने लगी तब पता चला तो वह हड़बड़ा गई। उन्होंने बैग उठाया और चलती ट्रेन से उतर गई। उन्होंने कहा कि यदि कांस्टेबल नहीं होती तो आज जान चली जाती।
फौजी की धर्मपत्नी हैं महिला कांस्टेबल 
बहादुर कांस्टेबल पिंकी नौवाना झज्जर की रहने वाली हैं। उनके पति फौजी हैं और वर्तमान में जम्मू में तैनात हैं। पिंकी ने बताया कि जब ट्रेन चल रही थी, तब उनकी नजर ट्रेन के गेट पर खड़ी महिला पर पड़ी।
महिला उतरने का प्रयास कर रही थी। यह देख वह समझ गई कि महिला चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश करेगी और हादसे का शिकार हो सकती है। जिस पर अपनी जान की परवाह किए बगैर बचाने के लिए दौड़ पड़ी।
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