आम आदमी पर महंगाई की मार लगातार पड़ रही है। टमाटर, जीरा के दाम बढ़ने से रसोई का जायका बिगड़ गया है। सब्जियों के बाद अब मसालों की कीमतों में तेजी आई है। तेल, हल्दी, दाल के रेट तेजी से बढ़ रहे हैं। मसालों में सबसे अधिक जीरे की कीमत में तेजी आई है। एक माह की बात करें तो जीरा 250 रुपये महंगा हो गया है। एक माह पहले जीरा 500 रुपये किलो था, लेकिन अब 750 रुपये किलो पहुंच चुका है। वहीं, टमाटर 210 रुपये किलो बिक रहा है। बारिश के बाद महंगाई ने जो अंगड़ाई ली है उससे गरीब से मध्यम वर्ग के परिवारों का स्वाद और बजट बिगड़ चुका है।
शिमला मिर्च के रेट में सबसे अधिक बढ़ोतरी रही
सब्जी विक्रेता का कहना है कि बारिश व बाढ़ से फसलें खराब होने के कारण सब्जियों के रेट अचानक कई गुना तक बढ़े हैं। टमाटर, मटर, अदरक, शिमला मिर्च के रेट में सबसे अधिक बढ़ोतरी रही। प्याज 20 रुपये से अब 25 रुपये किलो बिक रहा है। दुकानदार बद्री ने बताया कि जगह-जगह पानी भरा होने के कारण दुकानों पर खाद्य सामग्री की सप्लाई नहीं पहुंच रही है। जीरा हर घर की आवश्यकता है। इसलिए जीरे और अन्य मसालों की मांग अधिक होने के कारण कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल के मुकाबले दूध के रेट में भी 15 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। दही, मक्खन, पनीर, देसी घी के दाम में भी उछाल आया है।
खाद्य सामग्री की कीमत अब और पहले
खाद्य सामग्री पहले के दाम वर्तमान के दाम
जीरा 500 रुपये किलो 750 रुपये किलो
हल्दी 130 रुपये किलो 180 रुपये किलो
लाल मिर्च 250 रुपये किलो 300 रुपये किलो
चने की दाल 66 रुपये किलो 70 रुपये किलो
टमाटर 200 रुपये किलो 210 रुपये किलो
प्याज 20 रुपये किलो 25 रुपये किलो
शिमला मिर्च 150 रुपये किलो 100 रुपये किलो
दही 100 रुपये किलो 120 रुपये किलो
दूध 55 रुपये लीटर 70 रुपये लीटर
सरसों का तेल 120 रुपये लीटर 125 रुपये लीटर