बहादुरगढ़। बहादुरगढ़ शहर में लगातार लगने वाले जाम का कारण अक्सर ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा ही होते हैं। एक तरफ जहां आम लोगों को इनकी उपलब्धता से सुविधा होती है, तो वहीं दूसरी तरफ अक्सर इनकी वजह से जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। जाम से निपटने के लिए भी पुलिस व्यवस्था बनाने का काम कर रही है। बहादुरगढ़ ट्रैफिक पुलिस की यह पहल बेहद सराहनीय है। लेकिन पूरी तरह से इंप्लीमेंटेशन के बाद अपराधियों पर नकेल कसने में यह कितना कारगर होगी यह देखने वाली बात है।
अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बहादुरगढ़ में पुलिस की ओर से ऑटो रिक्शा को यूनिक नंबर दिए जा रहे हैं। झज्जर जिले में करीब साढ़े 6 हजार ऑटो रिक्शा है। जिनमें से करीब 5000 अकेले बहादुरगढ़ में है। पुलिस की मानें तो अपराध और अपराधियों को पकड़ने के लिए यह मुहिम शुरू की गई है। ऑटो चालक और सवारी के विवाद में ऑटो पर यूनिक नंबर लगा होने के कारण पुलिस ऑटो चालक की आसानी से पहचान कर सकेगी। यह यूनिक नंबर ऑटो के फ्रंट और बैक के साथ-साथ अंदर भी लगाया जा रहा है।
बहादुरगढ़ में ऑटो रिक्शा पर यूनिक नंबर लगाए जाने के अभियान में ट्रैफिक पुलिस के साथ आरएसओ की टीम भी काम कर रही है। अब तक शहर में करीब 300 से ज्यादा ऑटो रिक्शा पर यूनिक नंबर लगाए जा चुके हैं। यह नंबर ऑटो रिक्शा चालक को वैध ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पुलिस में जमा करवाए जाने के बाद ही मिलता है। अवैध और बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे ऑटो रिक्शा को जब्त करने की कार्रवाई भी पुलिस की ओर से जल्द ही शुरू की जाएगी। ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह का कहना है कि ऑटो रिक्शा के बाद ई रिक्शा पर भी यूनिक नंबर लगाया जाएगा।