जुलाना। जुलाना में हर दिन आसमान में छा रही काली घटाएं किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच रही हैं और उन्हें खेतों में खड़ी फसल की चिंता सताने लगती हैं। 2 दिनों से आसमान में छा रही काली घटाओं को देखते हुए किसान भयभीत हैं। कहीं उनकी मेहनत पर बारिश पानी न फेर दे। पिछले दिनों जुलाना क्षेत्र में मौसम विभाग द्वारा 158 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। बारिश के कारण जुलाना के साथ-साथ गांव में भी गली व सड़के ही जलमग्न नहीं हुई बल्कि अधिकतर गांव के खेतों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई हैं। जिससे किसानों की फसल बर्बादी के कगार पर पहुंच गई हैं।
किसानों का कहना है कि उनके द्वारा धान और कपास की फसल की बिजाई की हुई हैं। एक तरफ तो पहले ही हुए हैं जलभराव से फसल डूब चुकी हैं और अगर एक बार फिर से क्षेत्र में भारी बारिश होती हैं। तो उनके लिए खेती घाटे का सौदा बन कर रह जाएगी। जिससे उन्हें आर्थिक तंगी के साथ-साथ बच्चों के पालन पोषण की चिंता सताने लगेगी। किसानों ने बताया कि खेती की जमीन को लीज पर लेकर वे खेती कर रहे हैं और मंडियों में उनकी फसल के दाम कम मिलने के कारण पहले उन्हें काफी नुकसान हो चुका हैं। किसानों की फसल पहले ही पानी में डूबी हुई हैं और अगर एक बार फिर बारिश होती गई, तो उन्हें भारी नुकसान भुगतना पड़ सकता हैं।