बुढ़ापे में बेटे-बहू नहीं कर रहे थे देखभाल, बुजुर्ग दंपती ने की आत्महत्या
फतेहाबादः गांव सनियाना में बीमारी से परेशान बुजुर्ग दंपती ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला (Elderly couple suicide in Fatehabad) समाप्त कर ली. मृतक का नाम अमर सिंह था जिसकी आयु लगभग 84 साल थी. उसकी पत्नी सोना देवी की उम्र 80 साल बताई जा रही है. मृतक सोना देवी शुगर की मरीज थी और उसके पैर काम नहीं करते थे. इसलिए वो चल फिर नही सकती थी. उसका बुजुर्ग पति उसकी देखभाल करता था. इनके दो बेटे भी हैं लेकिन किसी ने भी अपने बूढ़े मां बाप की देखभाल का जिम्मा नहीं उठाया.
मृतक अमर सिंह और सोना देवी ढाणी में घर के बाहर बनी बैठक में गुजर बसर कर रहे थे. यहां इनका बेटा रामकृष्ण और बहू भी रहते हैं लेकिन दोंनों में से किसी ने भी अपना फर्ज नही निभाया. अमर सिंह का बड़ा बेटा रामनिवास परिवार सहित गुजरात में रहता है. वो भी कभी अपने मां बाप का हालचाल नहीं पूछता था. जिन बेटों को पाल पोस कर बड़ा किया उन्होंने ही अपने बुजुर्ग मां बाप को अकेला छोड़ दिया. बेटे और बहू सब अपने काम में व्यस्त रहते थे और कोई भी इनकी सुध नहीं लेता था.
बुजुर्ग दंपती की मौत के बाद किसी ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने शव को अस्पताल भिजवा कर पोस्टमॉर्टम करवाया. बुजुर्ग दंपत्ति की मौत हमारे समाज का आईना है, जिससे पता चलता है कि आज लोग कैसे उन बुजुर्ग मां बाप को अकेला Elderly parents ignored in India) छोड़ देते हैं जिन्होंने उन्हें पैदा किया. बहुत से लोग तो बुजुर्ग मां बाप को वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं ताकि उनको रोटी कपड़ा न देना पड़े. जैसे जैसे समाज आधुनिक होता जा रहा है वैसे-वैसे समाज में ऐसी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं.