एसजीपीसी ने अपनाया सख्त रुख, गुरुद्वारों में नहीं चढ़ाया जाएगा खिलौने के जहाज

Update: 2023-08-20 17:00 GMT
हरियाणा: सिख धर्म में माना जाता है कि वाहेगुरु के सामने सिर्फ अरदास की जाती है. खिलौना जहाज वैगरह चढ़ाने की कोई परंपरा नहीं है. अब सिख श्रद्धालु विदेश जाने की मन्नत मांगने या पूरी होने पर खिलौना जहाज गुरुद्वारों में नहीं चढ़ा पाएंगे. श्री हरमंदिर साहिब में भी कुछ समय पहले कुछ श्रद्धालुओं ने विदेश जाने की मन्नत मांगते हुए खिलौना जहाज चढ़ाया था. इस पर श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से सख्त संज्ञान लिया है. अब एसजीपीसी गुरुद्वारों में खिलौना जहाज चढ़ाने के प्रचलन को खत्म करने का निर्णय लिया है.
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह द्वारा जारी आदेश के अनुसार शिरोमणि कमेटी द्वारा प्रबंधित गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधकों को एक सर्कुलर जारी किया गया है. शिरोमणि कमेटी के सचिव की ओर से गुरुद्वारा प्रबंधकों को भेजे गए पत्र में गुरु घरों की मर्यादा के खिलाफ खिलौने वैगरह चढ़ाने पर रोक लगाने को कहा गया है.इस बारे में जानकारी देते हुए शिरोमणि कमेटी के सचिव सरदार प्रताप सिंह ने कहा कि कुछ गुरुद्वारों में श्रद्धालु भक्ति के नाम पर खिलौने (विमान) चढ़ाते हैं, जो नियमों के मुताबिक उचित नहीं है.
गुरुद्वारा प्रबंधकों को जारी किया गया पत्र
सरदार प्रताप सिंह ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब की ओर से इस तरह की मनमानी कार्रवाई को रोकने के लिए आदेश जारी किया गया था.इसका पालन करने के लिए शिरोमणि कमेटी द्वारा प्रबंधित गुरुद्वारा साहिबों के प्रबंधकों को पत्र जारी किया गया है.
सरदार प्रताप सिंह ने श्रद्धालुओं से भी अपील की कि वे गुरु साहिब के सम्मान और गुरु साहिबों के आचरण को ध्यान में रखते हुए गुरुद्वारा साहिब के अंदर खिलौने (विमान) न चढ़ाएं. उन्होंने प्रचारक समूहों से भी अपील की कि वे श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दिए गए आदेश के बारे में अधिक से अधिक लोगों को सूचित करें.
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