नियम 134-ए: कुरुक्षेत्र दाखिला देने में नंबर वन, सीएम सीटी 19वें पायदान पर
नियम 134-ए के तहत विद्यार्थियों को स्कूल आवंटित हुए 25 दिन बीत चुके हैं.
हरियाणा: नियम 134-ए के तहत विद्यार्थियों को स्कूल आवंटित हुए 25 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक प्रदेश में महज 33.8 प्रतिशत विद्यार्थियों का ही दाखिला हुआ है। इसके अलावा 66.2 प्रतिशत विद्यार्थियों के अभिभावक स्कूलों के धक्के खाने को मजबूर हैं। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
अब तक हुए दाखिलों में कुरुक्षेत्र जिला प्रदेश में नंबर-1 पर है। यहां सर्वाधिक 55.9 प्रतिशत दाखिले हुए हैं। वहीं जीटी बेल्ट में 17.3 प्रतिशत के साथ अंबाला और 13.7 फीसदी के साथ रेवाड़ी प्रदेश में सबसे फिसड्डी है। शिक्षामंत्री का जिला यमुनानगर 40.9 प्रतिशत दाखिले देकर प्रदेश में सातवें और सीएम सिटी करनाल महज 17.4 प्रतिशत दाखिलों के साथ 19वें पायदान पर है।
हर पात्र विद्यार्थी का दाखिला हो, इसके लिए तीसरी बार शिक्षा निदेशालय ने अंतिम तिथि 15 जनवरी तक बढ़ाई है, लेकिन अब भी कई स्कूल संचालकों की मनमानी जारी है। वे रोजाना नए बहाने बनाकर अभिभावकों को वापस भेज रहे हैं। इधर, शिक्षा अधिकारी केवल आश्वासनों की घुट्टी पिलाते हैं। प्रदेश में कुल 41331 विद्यार्थियों को स्कूल आवंटित किए गए थे। इनमें से महज 13935 को ही दाखिला मिला है। इसी तरह जीटी बेल्ट के छह जिलों में 13417 में से 5127 विद्यार्थियों का दाखिला हो पाया है।
पानीपत, कुरुक्षेत्र में सर्वाधिक दाखिले निरस्त
सभी जिलों से कुल 2678 विद्यार्थियों के दाखिले स्कूलों ने निरस्त किए हैं। इनमें से किसी की आय ज्यादा पाई गई तो किसी का अन्य कारण सामने आया। पानीपत में सर्वाधिक 32.9 प्रतिशत यानी 679 और कुरुक्षेत्र में 14.2 प्रतिशत यानी 337 विद्यार्थियों के दाखिले निरस्त हुए। जबकि करनाल में इनकी संख्या 46 यानी 1.7 प्रतिशत है।
इस जिले की यह है स्थिति
रैंक जिला विद्यार्थी दाखिला हुआ प्रतिशत
01. कुरुक्षेत्र 2274 1270 55.9
02. पानीपत 2069 1150 55.6
04. कैथल 2293 1051 45.9
07. यमुनानगर 2048 837 40.9
12. हिसार 3137 1137 36.3
16. रोहतक 1797 404 22.5
18. पंचकूला 445 82 18.5
19. करनाल 2760 479 17.4
20. अंबाला 1973 340 17.3
22. रेवाड़ी 2150 294 13.7
हर पात्र विद्यार्थी को दाखिला मिलेगा। कई शिकायतें आई थीं। उन पर स्कूलों को निर्देश भी दिए गए। कुछ विद्यार्थियों के दाखिले हुए हैं। 15 जनवरी तक सभी के दाखिले कराने का हमारा प्रयास है।- राजपाल, जिला शिक्षा अधिकारी।