चंडीगढ़। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्या मामले में शामिल गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ रैड कार्नर नोटिस जारी करने को लेकर पंजाब पुलिस और सी.बी.आई. आमने-सामने हो गई है। दोनों ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुट गए हैं। पंजाब पुलिस द्वारा CBI पर ठीकरा फोड़ा जाने के बाद सी.बी.आई. ने कहा कि हमें पंजाब पुलिस की ई-मेल 30 मई को मिली, जिसमें 19 मई वाला लैटर भी अटैच था, जबकि सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई को हुई थी। वहीं अब सी.बी.आई. का कहना है कि 2 जून तक पूरी कार्रवाई कर इसे इंटरपोल को भेज दिया गया है।
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस करने का अधिकार अब इंटरपोल के पास है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या पंजाब पुलिस इस मामले में झूठ बोल रही है, क्या पंजाब पुलिस ने मूसेवाला की हत्या के बाद लैटर जारी किया था। ये सब सवाल लोगों के जहन में घूम रहे हैं। जिक्रयोग्य है कि गत दिवस पंजाब पुलिस ने कहा था कि उन्होंने कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए सी.बी.आई. को कहा था, लेकिन सी.बी.आई. की तरफ से इसमें देरी होने के कारण कार्रवाई नहीं हुई। पंजाब पुलिस का कहना था कि उन्होंने गोल्डी बराड़ के पुराने केसों की जांच संबंधी 19 मई को CBI को प्रस्ताव भेजा गया था। अगर सी.बी.आई. देरी करती, तो मूसेवाला की हत्या को रोका जा सकता था।