बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का शनिवार को हुआ निधन, पढ़ा था दिल दौरा

Update: 2024-05-26 07:28 GMT
हरियाणा : निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का गुरुग्राम में दिल का दौरा पड़ने से निधन दौलताबाद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी और बाद में उन्होंने भाजपा सरकार का समर्थन किया था। उन्होंने 2009 और 2014 में भी बादशाहपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दौलताबाद के निधन पर शोक व्यक्त किया।गुरुग्राम। बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आज सुबह लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद 45 वर्षीय विधायक राकेश दौलताबाद को उनके फार्म हाउस में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस के अनुसार यहां पालम विहार में मणिपाल अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। एक अधिकारी ने बताया कि शाम को उनका दौलताबाद गांव के स्वर्ग आश्रम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
दौलताबाद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी और बाद में उन्होंने भाजपा सरकार का समर्थन किया था। उन्होंने 2009 और 2014 में भी बादशाहपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दौलताबाद के निधन पर शोक व्यक्त किया। अंतिम संस्कार के दौरान हरियाणा सरकार की ओर से डीसीपी (यातायात) वीरेंद्र विज और एसडीएम मानेसर दर्शन यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और पुष्पांजलि अर्पित की। हरियाणा पुलिस के जवानों ने हवाई फायरिंग की और उन्हें अंतिम सलामी दी। विधायक के बड़े बेटे मिलिंद जांघू ने मुखाग्नि दी।
दौलताबाद के परिवार में उनके पिता जिले सिंह, माता रोशनी देवी, पत्नी कुमुदनी, बेटे मिलिंद जांघू और देव जांघू हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दौलताबाद के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से बहुत कम उम्र में लोगों के बीच अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा,“हरियाणा के विधायक राकेश दौलताबाद जी के आकस्मिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने बहुत ही कम उम्र में लोगों के बीच एक अलग पहचान बनाई थी। उनका जाना प्रदेश की राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है। ईश्वर शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों को संबल प्रदान करे। ओम शांति!”हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दौलताबाद के निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उनके निधन से राज्य की राजनीति में एक रिक्तता उत्पन्न हो गई है। सैनी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “बादशाहपुर के विधायक के आकस्मिक निधन के बारे में सुनकर दुखी और स्तब्ध हूं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि दौलताबाद की आकस्मिक मृत्यु ने राज्य की राजनीति में एक रिक्तता उत्पन्न कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर ने भी दौलताबाद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “बादशाहपुर से विधायक श्री राकेश दौलताबाद के अचानक निधन से दुखी और स्तब्ध हूं।”
खट्टर ने कहा कि हरियाणा विधानसभा ने एक युवा और ऊर्जावान सदस्य खो दिया और राज्य की राजनीति में दौलताबाद को हमेशा याद रखा जाएगा। केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने भी दौलताबाद के निधन पर दुख जताया और कहा कि दौलताबाद ने युवाओं के लिए नई राह बनाने के लिए संघर्ष किया और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की। ​​राव ने कहा कि दुख की इस घड़ी में वह परिवार के साथ हैं।कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अभय सिंह चौटाला और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के दुष्यंत चौटाला ने भी विधायक के निधन पर शोक व्यक्त किया। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल करनाल व रानिया विधानसभा सीट खाली होने की वजह से कुल 88 विधायक थे। दौलताबाद के निधन के बाद विधानसभा के सदस्यों की संख्या घटकर 87 रह गई है।
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