करनाल क्राइम न्यूज़: करनाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले मुनाफा खोर डॉक्टर व लिंग जांच के लिए गर्भवतियों को डॉक्टर के पास लेकर जाने वाली दलाल महिला को काबू किया है। महिला से 25 हजार रुपए की नकदी भी मिली है। इसके साथ ही डॉक्टर के पिता व crimeदलाल महिला के बेटे के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। मुनाफा खोर और डॉक्टर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
करनाल के वार्ड नंबर-9 की शिव कालोनी में रहने वाली दलाल महिला सुनीता उर्फ वेदवती भ्रूण की लिंग जांच करवाने का काम करती है। दलाल महिला कुरूक्षेत्र के हसनपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर गर्भवतियों की गर्भ की जांच करवाती है। जिसकी भनक करनाल सिविल सर्जन को लगी। सीएमओ डॉ. योगेश शर्मा ने डिप्टी सीएमओ डॉ. शीनू चौधरी के नेतृत्व में टीम का गठन किया और एक गर्भवती महिला ( डिकाय ) को सोशल वर्कर के माध्यम से दलाल सुनीता तक पहुंचाया। भ्रूण लिंग जांच करवाने के लिए दलाल ने 50 हजार रुपए में सौदा तय किया। सुनीता गर्भवती को हसनपुर में झोलाछाप डॉक्टर तिलकराज के पास लेकर गई, जहां पर डॉक्टर ने लिंग जांच की और गर्भ में लड़की बताई। डिकाय का टीम से संपर्क नहीं हुआ और दलाल महिला गर्भवती को अल्ट्रासाउंड के बाद वापिस करनाल ले आई। रास्ते में दलाल ने सोशल वर्कर को कॉल किया और बताया कि वह गर्भवती को करनाल रेलवे स्टेशन पर उसे सौंप देगी।
सोशल वर्कर ने टीम को जानकारी दी तो टीम ने दलाल महिला का पीछा किया और उसे करनाल रेलवे स्टेशन पर दबोच लिया। जब सुनीता की तलाशी ली गई तो उसके पास से 25 हजार रुपए की नकदी बरामद हुई। इसके बाद टीम दलाल को लेकर वापिस हसनपुर पहुंची, लेकिन वहां पर क्लीनिक बंद था। तुरंत ही टीम डॉक्टर के घर गांव बलाई में पहुंची, जहां उन्हें डॉक्टर तिलकराज मिला, लेकिन तिलकराज के पिता ने टीम के साथ धक्का मुक्की कर डॉक्टर को मौके से भगा दिया। टीम तिलकराज के पिता को क्लीनिक पर लेकर गई और बंद पड़े क्लीनिक को डिकाय ने बताया कि यह वही क्लीनिक है जहां पर भ्रूण लिंग की जांच हुई थी। इसके बाद टीम ने कुरूक्षेत्र की पीएनडीटी को मौके पर तीन आरोपियों को फर्जी डॉक्टर तिलकराज, तिलकराज के पिता वेदप्रकाश, दलाल सुनीता व सुनीता के पुत्र दीपक के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए सुपुर्द कर दिया।