पीएमएंडआर पीजीआई में नया विभाग शुरू करेगा, बढ़ेंगे सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टरों के भत्ते और वेतन

Update: 2022-06-28 12:41 GMT

हरयाणा न्यूज़: पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने अपनी पहली ईसी की बैठक ली। इसमें 64 एजेंडों रखे और 4-5 टेबल एजेंडे भी रहे। सभी एजेंडों पर मुहर लगा दी गई। ईसी की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार अब पीजीआई में फिजिकल मेडिसन एंड रिहैबिलीटेशन (पीएम एंड आर) नया विभाग शुरू किया जाएगा। इसके लिए अलग से सीट बनाई जाएंगी। यह विभाग नेशनल मेडिकल काउंसिल के नियमों के मुताबिक हर मेडिकल कॉलेज में होना चाहिए। अभी तक पीजीआई में शुरू नहीं हो पाया था। ईसी ने इसे मंजूरी दे दी है। विभाग शुरू होने के बाद मरीजों को पुनर्वास में सुविधा मिलेगी। बैठक में हॉस्पीटल एडमिनिस्ट्रेशन और सीटीवीएस में डीएनबी कोर्स शुरू करवाने पर भी मुहर लगा दी गई है। महत्वपूर्ण निर्णय सुपर स्पेशलिटी विभागों को लेकर किया गया है। अब सुपर स्पेशलिटी विभागों के डॉक्टरों को अलग से भत्ते दिए जाएंगे और उनका वेतन भी बढ़ेगा। सुबह 11 बजे शुरू हुई बैठक दोपहर करीब 2.30 बजे तक चली।

इसलिए बढ़ेगा वेतन: पीजीआई में सुपर स्पेशलिटी डॉक्टर ज्यादा दिन नहीं रहते। अन्य जगहों पर बेहतर सुविधाएं मिलते ही वे वहां ज्वाइन कर लेते हैं। अब ऐसे चिकित्सकोंे को ज्यादा सुविधाएं दी जाएगी और इससे वे और बेहतर सेवाएं देंगे। पीजीआईएमएस में करीब 10 विभाग सुपर स्पेशलिटी हैं। इनमें न्यूरोलॉजी, कार्डिएक, गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी, यूरोलॉजी, प्लमोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसन, नैफ्रोलॉजी आदि शामिल हैं।

डॉ. किरण बाला को एक्सटेंशन: न्यूरोलॉजी की सीनियर प्रोफेसर डॉ. किरण बाला को फिर एक्सटेंशन दी गई है। वे अब एक साल और यहां सेवाएं देंगी। डीएनबी कोर्स को लेकर उन्हें एक एक्सटेंशन दी गई है। इसे पहले भी डॉ. किरण बाला की सेवाएं बढ़ाई गई थी।

अब क्लास-3 को नहीं मिलेगी एक्स्टेंशन: ईसी की बैठक में एक और मुद्दे पर मुहर लगाई गई है, जिसके अनुसार अब पीजीआई में क्लास-3 के किसी भी कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के बाद एक्सटेंशन नहीं दी जाएगी। उनका सेवाकाल पूरा होते ही उन्हें विदाई लेनी होगी।

जो केस कोर्ट में है उनका फैसला बाद में: बैठक के दौरान इंप्लांट का मामला भी आया, लेकिन यह केस कोर्ट में होने के कारण कोई फैसला नहीं लिया गया। डॉ. धत्तरवाल की इंक्वायरी रिपोर्ट पर भी मंथन किया गया। इसके अलाव कई कोर्स में दाखिलों के लिए क्राइटेरिया में बदलाव करने की बात भी कही जा रही है।

पीकू से एक सीट कार्डियोलॉजी को दी: पीकू से एक सीट कार्डियोलॉजी में टैंपरेरी शिफ्ट की गई है। इसके अलावा भी एक-दो विभागों में सीट ट्रांसफर हुई है। सभी पर ईसी की बैठक मंे मुहर लगा दी गई है।

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