मृत महिला को जिंदा दिखाकर बेचा प्लाट, 3 के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज
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रेवाड़ी। एक मृत महिला को जिंदा दिखाकर उसके प्लाट को बेचने का मामला सामने आया है। मृतका के बेटे ने इस धोखाधड़ी के लिए पिता की केयर टेकर महिला सहित 3 के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है। हरिनगर धरूहेड़ा के लक्ष्मण सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उसके पिता धर्मपाल का विवाह फरीदाबाद की निर्मला के साथ हुआ था। उनसे वे 2 भाई दयाचंद व लक्ष्मण, 2 बहनें पूनम व सुमन हुए थे। ब हन सुमन व मां निर्मला की मौत हो चुकी है। पिता ने मां निर्मला के नाम से एक 100 गज का प्लाट 1995 में खरीदा था। इस प्लाट पर मकान बनाया हुआ है। उसने कहा कि मां की मौत के बाद शकुंतला देवी निवासी टपूकड़ा को केयर टेकर के तौर पर रखा हुआ था। शकुंतला का विवाह रेवाड़ी के मंगतराम के साथ हुआ था लेकिन मंगतराम की मौत के बाद केयर टेकर के तौर पर उनके पिता के साथ रह रही थी। बाद में शकुंतला ने अलवर के मोहन लाल से पुन: विवाह कर लिया लेकिन मोहन लाल के साथ मनमुटाव के चलते वह उसे छोड़कर वर्ष 2007 में उनके पिता के घर पर पुन: रहने लग गई लेकिन इन दोनों से कोई संतान पैदा नहीं हुई।
निर्मला ने कहा कि मां की मृत्यु की समय वे नाबालिग थे। इसलिए उक्त प्लाट का इंतकाल अपने नाम दर्ज नहीं करवा सके। इधर शकुंतला देवी के अत्याचार बढऩे लगे, जिससे परेशान होकर उसके बड़े भाई दयाचंद ने दिसम्बर 2020 में आत्महत्या कर ली। शकुंतला के खिलाफ धारूहेड़ा थाना में आत्महत्या के लिए विवश करने का केस भी दर्ज हुआ है। 2021 में उनके पिता धर्मपाल की भी मौत हो गई। तत्पश्चात शकुंतला ने हरिनगर धारूहेड़ा के ही जिले सिंह व नवल सिंह से साज-बाज होकर मां के स्वर्ग सिधारने के बाद उनके नाम से झूठा राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड तैयार करवा लिए तथा फरवरी 2022 को मां को जिंदा दिखाकर उपरोक्त प्लाट धारूहेड़ा के गांव खरखड़ा की सोनिया देवी व उसके पति प्रदीप कुमार को धोखाधड़ी से बेच दिया जबकि मां द्वारा इस प्लाट को लेकर कोई वसीयत नहीं की गई थी। उक्त प्लाट व मकान की कीमत आज लगभग 25 लाख रुपए है। शकुंतला ने जिले सिंह व नवल सिंह से उक्त धोखाधड़ी की है। धारूहेड़ा पुलिस ने धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।