करनाल। करनाल के परमवीर को कनाडा में 2 करोड़ की स्कॉलरशिप मिली है। सेंट थरेसा कॉन्वेंट स्कूल करनाल के विद्यार्थी ने कनाडा की नम्बर 1 रैंकिंग और विश्व में 17वी रैंकिंग प्राप्त यूनिवर्सिटी आफ टोरंटो से यह स्कालरशिप पाई। स्कूल प्रिंसिपल सिस्टर प्रिया थेरेस ने बताया कि लेस्टर बी पियरसन स्कालरशिप कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री बी पियर्सन के नाम पर दी जाती है। हर वर्ष पूरी दुनिया से करीब 3 से 4 हजार विद्यार्थी इसके लिए आवेदन करते हैं। जिनमें से 37 विद्यार्थियों को चुना जाता है।
यह स्कालर्शिप एकेडमिक मार्क्स, खेल, समाज सेवा आदि में विद्यार्थी की उपलब्धियों के साथ-साथ सैट परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर सम्पूर्ण व्यक्तित्व का आंकलन करके दी जाती है। पिता प्रीतपाल सिंह पन्नू ने बताया कि परमवीर सिंह ने सैट परीक्षा में 1600 में से 1530 अंक प्राप्त कर अपना स्थान पक्का किया है। 12वीं परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले परमवीर सिंह का समाज सेवा में भी विशेष योगदान रहा है। कोरोना काल में भी सेवा कार्य करने वाले परमवीर सिंह ने बाल शोषण व नशाखोरी के खिलाफ 22 घंटे लंबे वैबिनार का भी आयोजन किया था। जिसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन में शामिल किया गया था। परमवीर स्कूल की ओर से फुटबॉल का खिलाड़ी भी रहा है। इन्हीं सब उपलब्धियों को देखते हुए परमवीर का विश्व की इस बेहद प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के लिए चयन किया गया है।
देश में 4 ही विद्यार्थियों को मिली यह स्कॉलरशिप
कॉन्वेंट स्कूल के अध्यापक जसवंत रेढू ने बताया कि देश के 4 विद्यार्थियों को ही यह स्कॉलरशिप मिली है। हरियाणा के करनाल से परमवीर, चंड़ीगढ़ व पंजाब से एक-एक लड़की व हिमाचल प्रदेश से एक लड़के को चुना गया है। परमवीर की यह उपलब्धि न केवल स्कूल बल्कि करनान व पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। परमवीर लेस्टर बी पियरसन स्कालरशिप हासिल करने वाला हरियाणा का पहला विद्यार्थी बना है। स्कॉलरशिप के अनुसार परमवीर को डिग्री कोर्स में 4 साल तक ट्यूशन फीस व होस्टल में रहने व खाने-पीने के लिए कोई रुपया नहीं देना होगा। यदि उनकी फीस का आकलन करें तो ट्यूशन फीस और हॉस्टल फीस का खर्च एक साल में करीब 81 हजार कनाडा डॉलर आता है।