हरियाणा Haryana : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बॉबी कटारिया और उसके फरार सहयोगी अंकित शौकीन के खिलाफ लाओस के गोल्डन ट्राइंगल एसईजेड में स्थित चीनी कंपनियों से जुड़े एक संगठित मानव तस्करी मामले में आरोपपत्र दाखिल किया।पंचकूला की विशेष एनआईए अदालत में दाखिल आरोपपत्र के अनुसार, आरोपी बॉबी कटारिया को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि लाओस में रहने वाला उसका सहयोगी अंकित शौकीन फरार है।एनआईए की जांच में पता चला है कि दोनों आरोपी अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखे और झूठे प्रलोभनों का इस्तेमाल करके निर्दोष नौकरी चाहने वालों की भर्ती और परिवहन में शामिल थे।
उनके द्वारा बहकाए गए पीड़ितों को लाओस में चीनी कंपनियों को सौंप दिया जाता था, जहां उन्हें फर्जी कॉल सेंटरों में कठोर, कठिन और प्रतिबंधात्मक परिस्थितियों में साइबर धोखाधड़ी और घोटाले करने के लिए मजबूर किया जाता था। जांच में पता चला है कि चीनी कंपनियां पीड़ितों के पासपोर्ट जब्त कर लेती थीं और साइबर धोखाधड़ी करने से इनकार करने या काम न करने की स्थिति में उन्हें शारीरिक और मानसिक यातना भी दी जाती थी।
बॉबी कटारिया ने सह-आरोपी अंकित शौकीन और अन्य के साथ मिलकर यह साजिश रची थी।साथ मिलकर उन्होंने एमबीके ग्लोबल वीजा प्राइवेट लिमिटेड नामक वीजा कंसल्टेंसी शुरू की थी और युवाओं के बीच अपनी लोकप्रियता का फायदा उठाकर बॉबी सिंगापुर जैसे देशों में आकर्षक नौकरी के ऑफर देकर नौकरी चाहने वाले युवाओं को आकर्षित कर रहा था।अग्रिम भुगतान लेने के बाद वह पीड़ितों को लाओस जाने के लिए राजी करता था।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लाओस में भारतीय दूतावास और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से कई पीड़ितों को अंततः घोटालेबाजों के चंगुल से बचाया गया। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बॉबी कटारिया और उसका फरार साथी अंकित शौकीन धोखे और झूठे प्रलोभनों का इस्तेमाल करके निर्दोष नौकरी चाहने वालों की भर्ती करने और उन्हें भेजने में शामिल थे।