एनएचएम भवन और प्रशिक्षण केंद्र का होगा कायाकल्प

Update: 2022-08-16 09:29 GMT

जींद न्यूज़: जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल का प्रशिक्षण केंद्र व एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) भवन इस समय काफी जर्जर हालात में पहुंच चुका है। शीघ्र ही अब इन भवनों का कायाकल्प होने जा रहा है। इन दोनों भवनों की मरम्मत के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पीडब्ल्यूडी बीएंडआर से अस्टीमेट बनाने को कहा। पीडब्ल्यूडी ने 29.22 लाख रुपये का अस्टीमेट बना कर स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया। अब स्वास्थ्य विभाग ने इन भवनों की मरम्मत के लिए स्वास्थ्य निदेशालय से 29.22 लाख रुपये का बजट मांगा है ताकि दोनों भवनों की मरम्मत करवाई जा सके।

नागरिक अस्पताल का निर्माण 1975 में हुआ था। इस भवन को बने हुए 47 साल हो गए। इस पूरे भवन की मरम्मत के लिए चार वर्ष पहले डेढ़ करोड़ रुपये का बजट अलॉट किया गया था। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर ने इस भवन की मरम्मत का कार्य कर दिया। वहीं अस्पताल के चार साल बाद बने प्रशिक्षण केंद्र व एनएचएम भवन अब मरम्मत मांग रहे हैं। इनकी हालत काफी जर्जर हो चुकी है। इन दोनों भवनों की कई बार छत भी टपक जाती हैं। इसके अलावा पीने के पानी की लाइन भी कई जगह से लीक है। दोनों भवनों को मरम्मत की सख्त जरूरत थी। स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों भवनों की मरम्मत के लिए पीडब्ल्यूडी बीएंडआर को अस्टीमेट तैयार करने के लिए कहा था। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर ने स्वास्थ्य विभाग को दोनों भवनों की मरम्मत के लिए 29.22 लाख रुपये खर्च होना बताया है। इसके लिए साइट प्लान भी बनाकर स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य निदेशालय से इस बजट की मांग की है ताकि दोनों भवनों की मरम्मत करवाई जा सके।

दोनों भवनों की मरम्मत के लिए 29.22 लाख रुपये की मांग : सीएमओ

सीएमओ डा. मंजू कादिया ने कहा कि विभाग ने दोनों भवनों की मरम्मत के लिए 29.22 लाख रुपये की मांग की है। स्वास्थ्य निदेशालय से इस बजट की मांग की है ताकि भवनों की मरम्मत करवाई जा सके। प्रशिक्षण केंद्र व एनएचएम भवन की हालत काफी जर्जर हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर से भवनों की हालत का निरीक्षण कर इन्हें कंडम घोषित करने या फिर मरम्मत के लिए, जो भी उपयुक्त हो बताने व एस्टीमेट बनाने को कहा था।

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