सोहना। जमीन धोखाधड़ी के एक मामले में सोहना के नायब तससीलदार सहित करीब आधा दर्जन कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने तहसीलदार शिखा गर्ग की शिकायत पर सोहना तहसील के मौजूदा नायब तहसीलदार, रजिस्ट्रेशन क्लर्क, रजिस्ट्रेशन क्लर्क के निजी सहायक, सेवादार और एक वकील सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ सिटी पुलिस थाना में केस दर्ज किया है। वहीं नायब तससीलदार का दावा है कि इस मुकदमे में उनका नाम दर्ज करना गलत है। यह पूरा मामला दरअसल साल 2019 का है, जब गुरुग्राम के यशदीप बिल्डर के साथ बलवान सिंह नामक व्यक्ति ने जमीन का कॉलोब्रेशन किया था जिसका वसीका नंबर 1964 दिनांक तीन जून 2019 को पंजीकृत किया गया था। जब बलवान सिंह को किसी अदालती कार्य के लिए उक्त वसीका की जरूरत पड़ी तो उन्होंने बीती 3 जनवरी को सोहना तहसील कार्यलय में एक लिखित पत्र देकर वसीका की सर्टिफाईड कॉपी की मांग की। तहसील कार्यालय के कर्मचारी पहले तो उन्हे कई दिनों तक रजिस्टर गुम होने का बहाना बनाकर घुमाते रहे, लेकिन कई दिनों बाद रजिस्टर मिलने की बात कहकर नकल देने की बात कही। बलवान सिंह ने जब रजिस्टर देखा तो रिकार्ड के अंदर जालसाजी करके उनकी जगह एक फ़र्ज़ी रेजुकेशन दीपक अग्रवाल व विजय छाबड़ा के नाम किया हुआ था। पीड़ित का कहना है कि दीपक अग्रवाल पहले भी धोखाधडी के मामलों में शामिल रह चुका है। उसके खिलाफ कई मुकदमें भी दर्ज है।