करनाल। तरावड़ी की दयानगर कॉलोनी निवासी धर्मबीर की हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने शुक्रवार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने मामले की तफ्तीश का जिम्मा सीआईए-2 प्रभारी निरीक्षक मोहनलाल को सौंपा था। उनकी टीम ने करनाल के मोतीनगर की गली नंबर दो निवासी हत्यारोपी सोनू धीमान को जुंडला क्षेत्र से काबू किया है। उससे पूछताछ व अन्य साक्ष्यों के आधार पर जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी व मृतक की पत्नी का आपस में प्रेम प्रसंग था। इस बात का धर्मबीर को पता चल गया था। इस कारण वह धर्मबीर को रास्ते से हटाना चाहता था।
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी इससे पहले धर्मबीर की आर्थिक तौर पर मदद करता रहता था। 31 जुलाई को भी आरोपी ने धर्मबीर को आर्थिक मदद करने के बहाने बुलाया था। उसके बाद धर्मबीर को अपने किराये के कमरे में सीएचडी सिटी करनाल ले गया। वहां पूर्वनियोजित तरीके से धर्मबीर को कोल्ड ड्रिंक में अधिक मात्रा में नींद की गोलियां मिला कर पिला दी। जब धर्मबीर बेहोश हो गया तो आरोपी ने कपडे़ से उसका गला दबाकर हत्या कर दी।
उसके बाद आरोपी ने धर्मबीर के हाथ, पैर व गर्दन को कपड़ों से बांधकर शव को कपडे़ में गट्ठर की तरह बांध लिया और उसी रात अपनी मोटरसाइकिल पर रखकर उसे गांव उचाना के पास नहर में फेंक दिया। आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए धर्मबीर का सारा सामान, कपड़े व मोबाइल आदि को भी नहर में फेंक दिया था। प्रारंभिक जांच में यह भी खुलासा हुआ कि मृतक की पत्नी को इस वारदात के बारे में जानकारी नहीं थी। आरोपी को शनिवार अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा। रिमांड के दौरान उससे गहनता से पूछताछ की जाएगी। इस वारदात में अन्य किसी की संलिप्तता के बारे में भी पूछताछ की जाएगी।
क्या है मामला
तरावड़ी की दयानगर कॉलोनी निवासी धर्मबीर को उसके जानकार सोनू ने 31 जुलाई की शाम कस्बे के टी-प्वाइंट पर बुलाया था। उसके बाद से परिजन उसकी तलाश करते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसका फोन भी बंद हो गया था। उन्होंने दो अगस्त को तरावड़ी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बृहस्पतिवार को पश्चिमी यमुना नहर में जाणी गांव के समीप पुल के पास से नग्न अवस्था में हाथ-पांव बंधा शव मिला। मृतक की पहचान तरावड़ी के वार्ड सात की दयानगर कॉलोनी निवासी धर्मबीर (38) के रूप में हुई।