ब्रेकिंग न्यूज़: अधर्म पर धर्म के विजय की साक्षी धर्मनगरी राधा और कृष्ण के आखिरी मिलन की गवाह भी रही है। ब्रह्मसरोवर के उत्तरी तट पर उनका आखिरी मिलन हुआ था। श्रीमद्भागवद् पुराण में इसका वर्णन मिलता है। ब्रह्मसरोवर तट स्थित व्यास गौड़िया मठ में खड़ा तमाल वृक्ष आज भी उनके मिलन की कहानी को बयां करता है। ऐसी मान्यता है कि इस तरह का वृक्ष सिर्फ वृंदावन के निधि वन में ही पाया जाता है। जबकि धर्मनगरी में एकमात्र ऐसा वृक्ष पाया जाता है। इस वृक्ष को राधा-कृष्ण के अटूट प्रेम का प्रतीक भी माना गया है।