कुलदीप बिश्नोई का सरकार पर आरोप: किसान विरोधी नीतियों के कारण आंदोलन को मजबूर हुआ किसान
हरयाणा न्यूज़: कांग्रेस केन्द्रीय कार्यसमिति के सदस्य एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा है राज्य सरकार किसानों के संबंध में विधानसभा में की गई घोषणा से पीछे हट रही है। यही वजह है कि सरकार की किसान विरोधी व दोगली नीतियों के कारण किसान वर्ग को बार-बार आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ रहा है। वे शुक्रवार को खेड़ी चौपटा में पिछले लगभग एक माह से मुआवजे की मांग पर धरने पर बैठे किसानों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने बालसमंद, आदमपुर एवं खेड़ी चौपटा के किसानों को खराब फसलों के मुआवजे बारे में जब सवाल किया था तो उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जवाब दिया था कि एक अप्रैल तक सभी किसानों को खराब फसलों का मुआवजा मिल जाएगा। इसके बावजूद खेड़ी चौपटा, बालसमंद व आदमपुर के किसानों को वर्ष 2021 में खराब हुई नरमा व कपास की फसल का मुआवजा नहीं मिला है, जो हिसार लोकसभा क्षेत्र के साथ सरकार के भेदभाव के नजरिए को दर्शाता है। खेड़ी चौपटा में किसान पिछले एक महीने से अपना काम-धंधा छोड़कर हजारों की संख्या में प्रतिदिन किसान, बुजुर्ग, महिलाएं व बच्चे तहसील को ताला जड़कर बैठे हैं, बावजूद इसके सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
कुलदीप बिश्नोई ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए, तहसील में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी जिन्होंने इस तहसील के किसानेां के विरूद्ध नाजायज कार्यवाही की उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए, जिन किसानों पर मुकदमे दाखिल किए गए हैं उन्हें जल्द से जल्द वापिस लिए जाएं। उन्होंने किसानों से अभी तक प्रशासन की कार्यवाहीं का पूरा ब्यौरा लिया और किसानों को विश्वास दिलाया कि जल्द ही वे इस बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात करके किसानों की सभी मांगेे स्वीकार किए जाने की मांग करेंगे। इस दौरान रणधीर पनिहार, सुरेश कौथ, खुजा नसिंह सरपंच, अनिल लितानी, कुलदीप ज्ञानपुरा, सुनील मिलकपुर, रविन्द्र कौशिक, पंकज शर्मा, अनिल गुराना, रामपाल सैनी, दलबीर बयानाखेड़ा, रामनिवास खेड़ी, मनदीप नाड़ा, मनदीप राखी, राजा ज्ञानपुरा, प्रताप बूरा, नफे सिंह खरकपूनिया, धूप सिंह जांगड़ा आदि उपस्थित थे।