चंडीगढ़। अमृत काल में हरियाणा के नागरिकों के कल्याणार्थ हेतु वर्ष 2023- 24 का राज्य बजट पेश करने से पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा निरंतर प्री- बजट बैठकें की जा रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने हरियाणा निवास में मंत्रियों व विभागों के प्रशासनिक सचिवों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अहम बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, पर्यावरण इत्यादि क्षेत्रों पर मुख्य रूप से फोकस रखते हुए बजट बनाया जाए। सभी हित धारकों से जो परामर्श प्राप्त हुए हैं, उनके सुझावों को बजट में शामिल कर एक अच्छा व संतुलित बजट तैयार करें। मनोहर लाल ने कहा कि नई योजनाओं को आम आदमी के लिए बाधारहित व बेहतर तकनीक पर आधारित बनाया जाना चाहिए, ताकि ईज ऑफ लिविंग की अवधारणा चरितार्थ हो सके।
उन्होंने कहा कि राज्य बजट में केंद्रीय बजट की तर्ज पर ढांचागत विकास, स्वास्थ्य, रोजगार सृजन, आवास, सामाजिक कल्याण, कृषक कल्याण, उच्च शिक्षा, नवाचार एवं अनुसंधान सहित हर क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिससे हर वर्ग को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 को प्रदेश में अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मना रहे हैं। वंचितों को वरीयता देते हुए कल्याणकारी बजट प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीब व जरूरतमंदों का सरकारी सुविधाओं व सेवाओं पर पहला हक है। इसलिए अंत्योदय की भावना से काम करते हुए हम आगे बढ़े हैं। आईटी का उपयोग करते हुए व्यवस्थाएं बदल रहे हैं। बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बारी-बारी से प्रदेश के सभी विभागों के मंत्रियों व प्रशासनिक सचिवों से उनके विभाग से संबंधित सुझाव लिए। अधिकारियों ने नई योजनाओं को शुरू करने के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसे की कमी की वजह से किसी भी योजना को रुकने नहीं दिया जाएगा। प्रदेश का चहुंमुखी विकास करना सरकार की पहली प्राथमिकता है।