हरयाणा न्यूज़: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के 35 विद्यार्थियों का दल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित रीजनल वाटर स्पोर्ट्स केंद्र में पांच दिन के कैंप से वापिस लौट आया है। यह रीजनल वाटर स्पोर्ट्स केंद्र व्यास नदी पर स्थित महाराणा प्रताप सागर बांध पर बना हुआ है जो कि उन्नत व प्रमाणित वाटर स्पोर्ट्स के लिए प्रख्यात है। विश्वविद्यालय वापिस लौटने पर शनिवार को कुलपति प्रो. बलदेव राज कम्बोज ने इस दल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा खेलों में खासतौर पर कुश्ती और मुक्केबाजी में अपनी अलग पहचान बना चुका है, परन्तु अब वाटर स्पोर्ट्स में भी हरियाणा का नाम उभर रहा है। यह विश्वविद्यालय भी इस दिशा में छात्रों को प्रोत्साहित कर रहा है। उन्होंने छात्रों से भविष्य में ऐसी साहसिक खेलों में सहभागिता जारी रखने का आह्वान किया।
एचएयू से गए इस दल का नेतृत्व विश्वविद्यालय के अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के डॉ. सुभाष चंद्र थोरी व कृषि अर्थशास्त्र विभाग के डॉ. संजय ने किया था। इस पांच दिवसीय कैंप के दौरान विद्यार्थियों ने स्विमिंग, कयाकिंग, कैनोइंग, रोइंग, सेलिंग एंव वाटर सर्फिंग के विभिन्न पहलुओं को समझा और उनका अभ्यास किया। छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेन्द्र सिंह दहिया ने बताया कि इस शिविर में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के वाटर स्पोर्ट्स की समझ व अनुभव रखने वाले प्रशिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया।