हरयाणा: ओलंपियन अर्जुन अवार्डी बॉक्सर मनोज कुमार को भीम अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा

Update: 2022-06-20 09:22 GMT

हरयाणा न्यूज़: बॉक्सिंग खेल में देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले अंतरराष्ट्रीय ओलंपियन अर्जुन अवार्डी बॉक्सर मनोज कुमार को हरियाणा सरकार अब हरियाणा के सबसे बड़े खेल अवार्ड भीम अवार्ड से नवाजा जाएगा । मनोज को 23 जून को इंद्र धनुष ऑडिटोरियम पंचकूला में होने वाले समारोह में दिया जायेगा । कैथल जिले के गांव राजौंद निवासी मनोज का नाम भारत के सफल मुक्केबाजों में लिया जाता है। अब मनोज कुरुक्षेत्र में अपने गुरु राजेश राजौंद द्वारा स्थापित मनोज कुमार बॉक्सिंग एकेडमी में नन्हे नन्हे मुक्केबाज़ों को बॉक्सिंग के गुण सिखाते हुए आपको समय समय पर दिखाई देते रहते है। मनोज के कोच राजेश कुमार राजौंद ने बताया कि अपने आदर्शों, प्रेरणा और मेहनत से मनोज ने इस मुकाम को हासिल किया है। वे शांत स्वभाव के अनुशासित और मेहनती खिलाड़ी हैं। मनोज कुमार लिएंडर पेस, महेश भूपति, धनराज पिल्लै, राजवर्धन सिंह राठौर, अभिनव बिंद्रा जैसे बड़े बड़े खिलाडिय़ों के साथ खेल चुके हैं। पिछले 23 वर्षों से मनोज लगातार बॉक्सिंग खेल रहे हैं। उन्होंने 1998 से कोच राजेश कुमार राजौंद के मार्गदर्शन में खेलना शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

मनोज लंदन ओलंपिक 2012 और रियो ओलंपिक 2016 में भाग ले चुके हैं और उनकी दोनों ओलंपिक रैंकिंग नौवीं रही थी और वो पांच बार विश्व चैंपियनशिप खेल चुके हैं। इनमें से एक बार ब्रांज मेडल भी हासिल कर चुके हैं। इतने लंबे समय से भारतीय मुक्केबाजी में खेलने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। देश के लिए कॉमनवेल्थ खेलों में दूसरा पदक जीतने वाले भी अबतक के पहले भारतीय मुक्केबाज हैं। मनोज साल 2017 में देश के बेस्ट मुक्केबाज अवॉर्ड से सम्मानित हो चुके हैं। 2014 में इनको भारत सरकार ने अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया था। अब तक देश के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक पदक जीत चुके हैं और विश्व मुक्केबाजी रैंकिंग में छह रैंक के बॉक्सर रह चुके है।

यह उपलब्धि राजौंदवासियों के लिये एक बहुत बड़ी खबर है इस बात से इंकार नही किया जा सकता कि राजौंद को बुलदिंयो पर पहुंचाने के लिए मनोज के कोच राजेश कुमार ने बहुत संघर्ष किया है मनोज की इतनी उपलब्धियों के पीछे एक सच्चे मेहनती आदर्श गुरु के संघर्ष की कहानी है जिन्होंने मनोज को पहले कॉमन्वेल्थ खेलों का स्वर्ण पदक विजेता बनाया और फिर बिना अर्जुन अवार्डी और अब भीम अवार्डी बन गया है मनोज के साथ साथ यह उपलब्धि राजौंद के लोगों के लिये भी बहुत बड़ी और ख़ुशी देने वाली है मनोज ना सिर्फ़ राजौंद के लिये बड़ा नाम है बल्कि कैथल जिले का भी एक बड़ा नाम है जिसने कैथल जिले को समय समय पर विश्वपटल की बुलंदियों की ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।



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