हरियाणा सरकार ने लिया फैसला, हर जिले में दो नोडल अधिकारी होंगे तैनात, एक सरकारी तो दूसरा निजी अस्पताल की करेगा निगरानी

हरियाणा सरकार ने कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 1500 किट मंगवाई हैं।

Update: 2022-01-14 17:48 GMT

हरियाणा सरकार ने कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 1500 किट मंगवाई हैं। राज्य के प्रत्येक जिले के लिए दो नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा। जिनमें से एक अधिकारी सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाओं की निगरानी करेगा और उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। दूसरा नोडल अधिकारी संबंधित जिले के निजी अस्पतालों की निगरानी कर व्यवस्थाओं की जानकारी उपलब्ध कराएगा।

टेली मेडिसिन को प्रभावशाली बनाया जाएगा। इसके लिए 1075 पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी लगेगी। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग, आयुष, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक के बाद यह जानकारी दी।

बैठक में कोरोना संक्रमण के वर्तमान हालात पर चर्चा व विचार-विमर्श किया गया। विज ने कहा कि जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए एचएमसीएल को 1500 किट का ऑर्डर दे दिया गया है। यह किट तीन चरण में सरकार को मुहैया करवाई जाएंगी। एक किट से 96 नमूने लिए जा सकते हैं।

सुविधाओं का जल्द सर्वे, मैपिंग करवाई जाएगी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर, उपकरण के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए जल्द ही राज्य में एक सर्वे, मैपिंग करवाई जाएगी। किस-किस क्षेत्र में कहां-कहां किन-किन इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल उपकरणों के साथ सेवाओं की आवश्यकता है, उस हिसाब से आने वाले समय में मैनपावर को उपलब्ध करवाया जाएगा। होम आइसोलेशन की किट को मुख्यालय स्तर पर तैयार किया जा रहा है। इन किट को जल्द ही जिलों में भिजवाया जाएगा ताकि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को यह किट मिल सकें।

15 से 18 साल के बच्चे जल्द टीकाकरण करवाएं
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 15 से 18 साल के बीच के बच्चे जल्द अपनी वैक्सीन डोज लगवाएं। सभी अभिभावकों से भी उनका आग्रह है। जब स्कूल खुलेंगे तो डोज न लगवाने वाले बच्चे को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसलिए टीकाकरण करवाएं।

ई-संजीवनी ओपीडी राष्ट्रीय टेली के तहत परामर्श सेवाएं शुरू
विज ने बताया कि ई-संजीवनी ओपीडी एप के माध्यम से आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को सलाह बातचीत के माध्यम से दी जा रही है। ई संजीवनी ओपीडी राष्ट्रीय टेली के तहत एक ऑनलाइन स्टे होम ओपीडी है और भारत सरकार की परामर्श सेवाएं हरियाणा में शुरू की हैं। कोई भी व्यक्ति वीडियो कॉल, लाइव चैट के माध्यम से लैपटॉप, डेस्कटॉप या सक्रिय इंटरनेट के साथ एंड्रॉयड आधारित स्मार्टफोन का उपयोग कर डॉक्टर से परामर्श कर सकता है। ई-संजीवनी ओपीडी पर टेली परामर्श प्रदान करने के लिए कुल 1138 डॉक्टर पंजीकृत हैं। हरियाणा में ई-संजीवनी ओपीडी पर अब तक कुल 62582 परामर्श किए जा चुके हैं। वर्तमान में होम आइसोलेशन के अंदर हरियाणा में लगभग 30000 मरीज हैं।


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