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गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की 11वीं बैठक आज सीएम हरियाणा मनोहर लाल खट्टर और जीएमडीए के चेयरमैन की अध्यक्षता में हुई.
अधिकारी ने सीएम को बताया कि बेहरामपुर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से नूंह डिस्ट्रीब्यूटरी तक पाइपलाइन बिछाकर सिंचाई के लिए ट्रीटेड सीवेज का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इस परियोजना पर 618 करोड़ रुपये खर्च होंगे और आज की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। पाइप लाइन डालने का खर्च सिंचाई विभाग वहन करेगा।
सीईओ, जीएमडीए ने रेखांकित किया कि वर्ष 2021-22 में 556.44 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं को निष्पादित किया गया। वर्तमान में, इंफ्रा 1 डिवीजन में 1083.25 करोड़ रुपये की लागत वाली 40 परियोजनाओं का निर्माण चल रहा है, जबकि 1141.99 करोड़ रुपये की 14 परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं। इंफ्रा 2 डिवीजन की 580.48 करोड़ की 24 परियोजनाएं चल रही हैं जबकि 1115.36 करोड़ की 13 परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं। स्मार्ट सिटी डिवीजन दो परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है, जिन पर 162.22 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि 61 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मोबिलिटी डिवीजन की पाइपलाइन में हैं।
आज की बैठक में नजफगढ़ बांध से सटी करीब 2500 एकड़ कृषि भूमि डूबने से बचाने के उपायों पर भी चर्चा हुई. इसमें कहा गया कि करीब 97 एकड़ में झील बनाकर किसानों की जमीन को डूबने से बचाया जा सकेगा। साथ ही बादशाहपुर ड्रेन के लेग-2 और लेग 3 को भी नजफगढ़ ड्रेन से जोड़ा जाएगा। वर्तमान में गुरुग्राम शहर के सीवरेज के पानी का भी यहां निस्तारण हो रहा है। इसी पर अंकुश लगाने के लिए एसटीपी बेहरामपुर से नूंह वितरिका तक पाइप लाइन डालने की स्वीकृति दी गई है। इस कार्य के पूरा होने के बाद भारी बरसात के दिनों में ही जलभराव हो सकता है, जो लेग 2 और लेग 3 नाले के जुड़ने से नजफगढ़ नाले में बहेगा।
चंदू-बुढेरा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी) क्षेत्र में 4 मेगावाट क्षमता के फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के पायलट प्रोजेक्ट को प्राधिकरण से मंजूरी मिल गई है और अब यह राज्य में इस तरह का पहला फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र बन जाएगा।