हरियाणा : पिछले डेढ़ माह के अंदर जिले में हरियाली आग की लपटों में झुलस गई। दादरी, बौंदकलां और सांजरवास ब्लॉक से विभाग के पास करीब आठ हजार पेड़-पौधे जलने और झुलसने के प्राथमिक आंकड़े सामने आए हैं। वन संपत्ति को हुए नुकसान पर संज्ञान लेकर अधिकारियों ने जांच शुरू करवा दी है। जान में अगर जान-बूझकर आग लगाने के तथ्य सामने आए तो फिर एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी।
एक अप्रैल से 15 मई तक आग की कई घटनाएं हुई। इनमें से कई घटनाओं का कारण खेतों में खड़े फानो में लगाई आग है जो हवा के रुख के साथ फैलकर सड़कों के किनारों तक पहुंच गई और वहां की हरियाली झुलस गई। पिछले डेढ़ माह के अंदर हुईं आग की घटनाओं में पर्यावरण संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है जिसकी भरपाई करना आसान नहीं है। वन विभाग के अधिकारी भी इस बात को भली-भांति जानते हैं और यही कारण है कि उन्होंने जांच शुरू करने के आदेश दे दिए हैं।
विभागीय अधिकारियों के सांरवास, झोझूकलां और दादरी क्षेत्र में तैनात सभी वन रक्षकों से इसकी रिपोर्ट तलब की गई है। रिपोर्ट में आग के कारण संबंधी तथ्य सामने आएंगे। सभी जगह की रिपोर्ट का आकलन करने के बाद ही विभाग की ओर से आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जान-बूझकर लगाई गई आग से पर्यावरण संपत्ति को नुकसान पहुंचने के तथ्य सामने आए तो फिर विभाग सख्त कार्रवाई करते हुए एफआईआर भी दर्ज करवाएगा।
हरे पेड़ के साथ सूखे पेड़ भी जले
आग की घटनाओं में न केवल जिले की वन संपत्ति को नुकसान पहुंचा बल्कि विभाग की पौधरोपण की मेहनत पर भी पानी फिर गया। जो पौधे आग की घटनाओं में जले हैं उनमें इस मानसून सीजन में वृद्धि होती, लेकिन उससे पहले ही उन्हें आग ने अपने आगोश में ले लिया। आग की घटना में तीनों क्षेत्रों में 158 सूखे पेड़ भी जले हैं।
जानिये...किस ब्लॉक में वन संपत्ति को पहुंचा कितना नुकसान
1- सांजरवास:- वन रक्षकों के मुताबिक सांजरवास ब्लॉक में 58 सूखे पेड़ जले हैं। इसके अलावा यहां 1500 पौधे और 2000 हरे पेड़ भी जले हैं। इस ब्लॉक में पर्यावरण संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है।
2-झोझूकलां:- झोझूकलां ब्लॉक में वन विभाग लगातार वन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। यहां 55 सूखे पेड़ों के अलावा 1500 हरे पेड़ और साढ़े 500 पौधे आग की चपेट में आकर नष्ट हो गए।
3- दादरी:- दादरी ब्लॉक में आग से 1500 पेड़ और 700 पौधे झुलस गए। इसके अलावा 45 सूखे पेड़ भी आग की चपेट में आकर जल गए। यहां पिछले सीजन में विभाग ने पौधरोपण पर जोर दिया था।
हमारे कर्मचारी जिले में जले हुए सभी पेड़-पौधों की जानकारी में जुटा रहे हैं। जल्द ही हमारे पास सभी ब्लॉक की रिपोर्ट पहुंच जाएगी। इसके बाद संबंधित थाना क्षेत्रों में आग से जले हुए पेड़ों के संबंध में दोषी पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।