अंबाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रदेश भर में रविवार को 1 घंटे का श्रम दान अभियान चलाया गया। इस दौरान अंबाला में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हरी झंडी दिखा कर अभियान की शुरुआत की। राज्यपाल ने स्वयं भी झाड़ू लेकर सफाई की। सफाई के दौरान सड़क पर गाद देखकर राज्यपाल ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई। इसी बीच राज्यपाल की सुरक्षा में चूक देखने को मिली। एक महिला अचानक राज्यपाल के सामने आई और सर्वश्रेष्ठ विधायक की शिकायत करते हुए विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाने लगी। अंबाला में स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत करने महामहिम राज्यपाल पहुंचे थे, लेकिन इससे ठीक पहले नगर निगम ने सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर डाली और वही खानापूर्ति कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए आफत बन गई। राज्यपाल ने हरी झंडी दिखा कर सफाई अभियान की शुरुआत की। इस दौरान महामहिम खुद झाड़ू लेकर सफाई करते हुए आगे बढ़े तो उन्हें सड़क के किनारे गिरी हुई गाद दिखाई दी। इस पर महामहिम ने खुद एक डंडा लेकर नाली में डाल कर अधिकारियों को दिखाया और पूछा ये क्या है? अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था।
महामहिम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए की ये नहीं चलेगा। जिसके बाद नगर निगम कमिश्नर ने इसकी स्पेशल सफाई के निर्देश दिए। वहीं राज्यपाल के चारो तरफ कड़ी सुरक्षा का घेरा था, लेकिन इसी बीच एक महिला अचानक राज्यपाल के सामने आ खड़ी हुई और सर्वश्रेष्ठ विधायक असीम गोयल की शिकायत करते हुए मुर्दाबाद के नारे लगा डाले। इस दौरान मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। जैसे-तैसे करके महिला पुलिस कर्मियों ने उस महिला को राज्यपाल के सामने से हटाया। वहीं राज्यपाल अपने गंतव्य की और रवाना हो गए। इस बीच अंबाला नगर निगम मेयर शक्ति रानी शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज हमारे लिए गर्व की बात है कि राज्यपाल स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत करने के लिए हमारे बीच पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने जिस प्रकार नालों के बीच में डंडा मार कर जांच की कितनी सफाई की गई है, उससे उन्हें भी बहुत कुछ सीखने को मिला। वहीं उन्होंने विधायक पर तंज कसते हुए कहा की प्रोटोकॉल के हिसाब से मेयर सबसे आगे होनी चाहिए, लेकिन इन्होंने अपने पार्षदों को आगे रखा ये सरासर दखलअंदाजी है।