फर्जीवाड़ा: 37 चेक पर ग्राम सचिव ने किए बीडीपीओ के फर्जी हस्ताक्षर, पंचायतों के खातों से निकलवाई राशि

हरियाणा के चरखीदादरी जिले के बाढड़ा क्षेत्र में पंचायत विभाग में ग्राम सचिव द्वारा बैंक कर्मचारियों और विभिन्न फर्म की मिलीभगत से किए गए।

Update: 2022-03-02 18:07 GMT

हरियाणा के चरखीदादरी जिले के बाढड़ा क्षेत्र में पंचायत विभाग में ग्राम सचिव द्वारा बैंक कर्मचारियों और विभिन्न फर्म की मिलीभगत से किए गए, गबन की परतें अब खुलने लगी हैं। बैंक से स्टेटमेंट लेने के बाद पंचायत विभाग के अधिकारी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट की अगर बात करें तो ग्राम सचिव ने एक-दो नहीं, बल्कि 37 चेक पर बीडीपीओ के फर्जी हस्ताक्षर कर ग्राम पंचायतों के खातों से करीब एक करोड़ 65 लाख की राशि निकलवाई है। वहीं, बाढड़ा थाना पुलिस भी अब मामले की जांच में जुट गई है।

पंचायत विभाग के अधिकारी ने 28 फरवरी को उपायुक्त प्रदीप गोदारा को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। इसके अनुसार ग्राम सचिव ने बिना काम कराए सभी पांच फर्मों के खातों में विभागीय नियमों को ताक पर रखकर 30-30 लाख से अधिक राशि का भुगतान किया है। जून 2021 से लेकर अक्तूबर 2021 तक ग्राम सचिव ने एक करोड़ 65 लाख से अधिक की राशि निकलवाई। ये राशि 15 ग्राम पंचायतों के खातों से निकलवाई गई।
एक ग्राम सचिव का 15 ग्राम पंचायतों की ग्रांट में लगातार गबन करना कई सवाल उठा रहा है। यह मामला उजागर होने के बाद फर्मों के अलावा बैंक कर्मचारियों पर भी सवालिया निशान उठे हैं। हालांकि तत्कालीन बीडीपीओ युद्धवीर सिंह पुलिस शिकायत में चेक पर उनके फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगा चुके हैं जिसके आधार पर बाढड़ा थाना पुलिस ग्राम सचिव मुकेश समेत अन्य पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच में जुटी हुई है। बुधवार को पुलिस टीम जांच के लिए बीडीपीओ और एसडीएम कार्यालय भी पहुंची।

इन पंचायतों के खातों से निकलवाई राशि
बीडीपीओ की शिकायत अनुसार ग्राम सचिव मुकेश ने डालावास, उमरवास, रामपुरा, काकड़ोली हुक्मी, रहड़ोदी, डुडीवाला नंदकरण, डुडीवाला किशनपुरा, डोहका दीना, डोहका हरिया, डोहका मौजी, लाडावास, सूरजगढ़, हंसवास खुर्द, बिलावल व गोपी ग्राम पंचायत के खातों से नियमों को ताक पर रखकर ग्रांट निकलवाई है।

जानिए.... किस फर्म का दिखाया कितना भुगतान
बैंक स्टेटमेंट के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार ग्राम सचिव मुकेश कुमार ने बाला कंक्रीट प्रोडेक्ट फर्म के नाम से करीब 34 लाख, दादा उदलदेव फर्म के नाम से 54 लाख 60 हजार, बाबा दरियानाथ फर्म के नाम से 30 लाख 23 हजार, बलजीत इलेक्ट्रिक्ल बाढड़ा के नाम से तीन लाख 63 हजार और अजय इंटरप्राइजेज के नाम से करीब साढ़े 42 लाख का भुगतान चेक के जरिये किया है।

सप्ताह से दस दिन बाद ही बदल लेता था ग्राम पंचायत
यह मामला उजागर होने के बाद बाढड़ा में चर्चा का विषय बना है। चर्चा है कि ग्राम सचिव मुकेश एक पंचायत के फंड से रुपये निकलवाने के बाद दूसरी ग्राम पंचायत का चार्ज ले लेता था। ये पैंतरा खेलकर उसने करीब 15 ग्राम पंचायतों के फंड में जमा राशि को निकलवाया है।
तत्कालीन बीडीपीओ की शिकायत पर ग्राम सचिव मुकेश व अन्य के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज कर चुकी है और मामले की जांच अभी जारी है। - रामअवतार, बाढड़ा थाना प्रभारी
मैंने बीडीपीओ को पुलिस जांच में सहयोग करने के निर्देश दे दिए हैं। पुलिस को भी इस संबंध में पुख्ता कार्रवाई करने की बात कही है। - संजय कुमार, एसडीएम, बाढड़ा


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