जबरन नाबालिक से विवाह: सास के कहने पर परिवार के ही युवक ने किया दुष्कर्म,विरोध करने पर नाबालिक पर चाकू से हमला

शादी के चार माह बाद ही अक्तूबर 2021 को वे लोग बेटी को घर पर छोड़ गए

Update: 2022-02-10 08:33 GMT
फाइल फोटो 

जनता से रिस्ता वेबडेसक: बाल विवाह व यौन उत्पीड़न का शिकार हुई नाबालिग को आखिर न्याय की आस जगी है। पिछले डेढ़ माह से पीड़िता की सुनवाई नहीं कर रही पुलिस ने हाई कोर्ट की कार्रवाई के डर से केस दर्ज कर लिया है। इसमें पति, सास, ननद, ननदोई एसपी व पड़ोसी समेत दस लोग शामिल हैं। पीड़िता के पिता ने कार्रवाई नहीं होने के चलते हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस पर बुधवार को रखी गई सुनवाई में पुलिस को अदालत में स्थिति से अवगत कराना था। ऐसे में मंगलवार देर रात एफआईआर दर्ज की गई। 

लाखनमाजरा इलाके के एक गांव के रहने वाले पीड़िता के पिता ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि करीब एक साल पहले मई 2021 को पानीपत के आदियाण गांव का एक किसान परिवार बेटी से रिश्ते के लिए आया। पिता के मुताबिक दबाव डालकर उन्होंने मुझे नाबालिग बेटी की शादी करने पर मजबूर कर दिया। बेटी की उम्र 15 साल थी, जबकि लड़का 30 साल का था। 
शादी के चार माह बाद ही अक्तूबर 2021 को वे लोग बेटी को घर पर छोड़ गए। साथ ही यूपी के एक जिले में तैनात एसपी दामाद की धौंस दिखाते हुए कुछ नहीं बिगड़ने की बात कहते हुए चुप रहने को कहा। बेटी ने भी उनकी हैवानियत से खौफजदा होने के कारण वहां जाने से इनकार कर दिया।
आरोप : सास के कहने पर परिवार के ही युवक ने किया दुष्कर्म 
हैवानियत के कारण नाबालिग की हालत बिगड़ गई थी। पिता उसे डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने बात की तो नाबालिग ने उत्पीड़न की दास्तां बताई। उसने बताया कि ससुराल में सास के कहने पर परिवार के ही एक युवक ने उससे दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उस पर चाकू से हमला किया गया। पति ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया व अप्राकृतिक संबंध बनाए। इसके बाद 16 दिसंबर 2021 को पहली शिकायत दी गई। यह शिकायत इलाके के थाने लाखनमाजरा में पहुंची।
यहां से शिकायत की जानकारी इस केस से जुड़े एक एसपी तक पहुंच गई। इसके बाद केस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिता के मुताबिक कई बार प्रयास किया, मगर कुछ नहीं हुआ। यही नहीं, उसके खिलाफ केस दर्ज कराने की धमकी देकर परेशान किया गया। कार्रवाई न होते देख तीन जनवरी 2022 को दोबारा शिकायत दी। इस पर भी कार्रवाई नहीं हुई।
हाई कोर्ट ने जवाब मांगा तो दर्ज हुआ केस
यौन उत्पीड़न की शिकार नाबालिग के पिता की दो शिकायतों के बाद भी उसे न्याय नहीं मिल रहा था। उसके पिता ने लाखनमाजरा थाने में शिकायत भी दी। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा एसपी व सीएम विंडो पर भी शिकायत दी गई। यहां से भी राहत नहीं मिली। इस कारण नाबालिग की तरफ से हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। अदालत ने पुलिस से इस संबंध में जवाब मांगा। इसके लिए बुधवार को केस की सुनवाई का समय तय किया गया। कोर्ट में जवाब देने के चलते पुलिस ने मंगलवार देर रात केस दर्ज कर अदालत में अपना जवाब दिया। इसमें पति, सास, ननद, आईपीएस ननदोई, पड़ोसी समेत 10 लोगों के खिलाफ पॉक्सो, आईपीएस की धारा 376, 377, दहेज प्रताड़ना, बाल विवाह अधिनियम समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। - डॉ. दीपक भारद्वाज, अधिवक्ता, पीड़ित पक्ष
लाखनमाजरा थाना इलाके की एक नाबालिग की शिकायत मिली है। इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। नाबालिग की शादी हो गई थी। अब उसने उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है। पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है।
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