मात्र 1500 रुपए के लिए एक दोस्त ने दूसरे दोस्त को उतारा मौत के घाट
मात्र 1500 रुपए के लिए एक दोस्त ने अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया. दोनों ने एक साथ शराब पी और इसके बाद दोस्त ने उसे दगा देते हुए मारडाला. घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया
मात्र 1500 रुपए के लिए एक दोस्त ने अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया. दोनों ने एक साथ शराब पी और इसके बाद दोस्त ने उसे दगा देते हुए मारडाला. घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया. पुलिस ने हत्या के आरोपी दोस्त को यूपी के लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है.
एसीपी क्राइम की मानें तो अवधेश और महेंद्र दोनों दोस्त थे. 20 जुलाई की रात को दोनों ने शराब पी थी. शराब पीने के दौरान दोनों में किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई. इस पर महेंद्र ने अवधेश का वहीं पड़े तकिए से गला दबा दिया. इसमें उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद उसका दोस्त मौके से फरार हो गया, जिसे पुलिस ने लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपी को लखीमपुर से किया गिरफ्तार
एसीपी की मानें तो 20 जुलाई को थाना-18 में एक सूचना मिली थी कि सरहौल में एक युवक फर्श पर अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है. इस सूचना पर पुलिस टीम तुरन्त घटनास्थल पर पहूंची तथा युवक को सरकारी अस्पताल में ईलाज के लिए ले जाया गया. जहां पर डाॅक्टर द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस से मृतक के चचेरे भाई ने इस घटना की शिकायत की. जिसके बाद हत्या का मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू करते हुए इस हत्याकांड में मृतक अवधेश के दोस्त महेंद्र को लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार कर लिया गया. मामले का खुलासा कर दिया गया है.
मात्र 1500 रुपए के लिए दोस्त का कातिल बना महेंद्र अब सलाखों के पीछे है. वहीं गुरुग्राम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर सन्देश दिया है कि अपराधी चाहे कितना भी शातिर क्यांे न हों, लेकिन वह वारदात के बाद कोई न कोई सुराग अवश्य ही छोड़ जाता है, जिससे कानून के लंबे हाथ उसकी गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं.