हरियाणा में आतंकी हमले की आशंका का अलर्ट जारी किया गया है. इस संबंध में फरीदाबाद पुलिस का एक नोटिस सामने आया है. इसमें एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं. फरीदाबाद पुलिस की तरफ से नोटिस में कहा गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI हरियाणा में आतंकी वारदात को अंजाम दिलवा सकती है. ऐसे में बिल्डिंग के अंदर आने-जाने वाले संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाए. कोई भी संदिग्ध दिखाई देता है तो पुलिस को सूचना दें.
हरियाणा पुलिस ने सुरक्षा को लेकर तमाम एहतियात बरतने के लिए भी कहा है. वहीं, इस अलर्ट को लेकर फरीदाबाद पुलिस के PRO का कहना है कि हाल मे पंजाब में हुई घटनाओं को देखते हुए NCR इलाके में सतर्कता बढ़ाई गई है, जिसके चलते फरीदाबाद पुलिस ने भी वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अलर्ट जारी किया है.
विभाग ने इस अलर्ट नोटिस में सभी थाना प्रभारियों को इलाके के प्रतिष्ठित व्यक्ति, RWA, प्रधान आदि को सुरक्षा की दृष्टि से आगाह किया जा रहा है. इसमें अपील की जा रही है कि अपने एरिया में रहने वाले किरायेदारों, ड्राइवर, सहायक, मेड आदि का वैरिफिकेशन कराएं. बाहरी, अजनबी और संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में पुलिस को सूचित करें.
'आप सभी को इस पत्र से सूचित करते हुए अनुरोध किया जाता है कि गुप्त सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर हरियाणा में ISI आतंकवादी संगठनों से कोई बड़ा हमला करवा सकती है. इसलिए आपसे आग्रह किया जाता है कि आप अपनी सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखें और अपने सुरक्षा कर्मियों को समय-समय पर चेक करें. उन्हें सुरक्षा के संबंध में जागरूक करें. बिल्डिंग के अंदर आने वाले कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आता है तो पुलिस को सूचित करें. ताकि किसी भी अप्रिय घटना को घटित होने से पहले ही रोका जा सके. शीघ्र ही सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा में.'
पंजाब के मोहाली में एक सप्ताह पहले पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर की बिल्डिंग में ब्लास्ट हुआ था. सूत्रों की मानें तो यहां कार से आए दो संदिग्धों ने करीब 80 मीटर दूर से रॉकेट से ग्रेनेड को दागा था. इस धमाके के बाद से पंजाब हाई अलर्ट पर है. हालांकि पंजाब पुलिस ने इसकी आतंकी घटना के तौर पर पुष्टि नहीं की. वहीं, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पंजाब में आतंकवादी घटनाओं के लिए एक नए नाम से आतंकी गुट बनाया है. नए आतंकी गुट का नाम 'लश्कर-ए-खालसा' रखा गया है. इस आतंकी गुट में शामिल लोगों को अफगान लड़ाकू द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही है. अफगान आतंकियों को भी लश्कर-ए-खालसा में शामिल किया गया है.