किसान नेता चढ़ूनी की फिसली जुबान, जाति विशेष के लिए असंवैधानिक शब्द का किया इस्तेमाल
पंचकूला। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बयान के बाद से ही सियासत तेज हो गई है। इसी को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा जातिवाद की राजनीति करते हैं और वह सामाज में जातिगत जहर घोल रहे हैं। चढ़ूनी ने कहा कि अगर उपमुख्यमंत्री किसी को बनाना ही है तो किसी किसान के बेटे, मजदूर के बेटे या आम आदमी को उपमुख्यमंत्री बनाएं। इस दौरान किसान नेता की जबान फिसल गई। उन्होंने दलित समाज के असंवैधानिक जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल किया।
आपको बता दें कि आज मनरेगा मेट मजदूर यूनियन के धरने को समर्थन देने भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने पंचकूला पहुंचे थे। उनके साथ आए नेताओं ने भी मनरेगा मेट मजदूर यूनियन के अध्यक्ष समुंदर सिंह को अपना समर्थन दिया और सरकार से मांग की है कि वह उनकी मांग को पूरा करे। उन्होंने कहा सरकार इन्हें इनकी 1 दिन की मजदूरी ₹600 दे और जब भी किसी मजदूर की मृत्यु हो जाती है तो उसको ₹25000 की बजाय ₹25 लाख देने की घोषणा करे। सरदार गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सरकार से आज हर वर्ग दुखी है इसलिए सभी वर्गों को धरने पर बैठना पड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने मजदूर किसान का साथी है।