जींद न्यूज़: सफीदों रोड से युवक का अपहरण कर ले जा रहे अपहरण करने वाले की गाड़ी जुलाना बाईपास पर पलट गई। घटना के दौरान पुलिस अपहरण करने वालों का पीछा कर रही थी। गाड़ी के पलटने से अपहृत युवक तथा अपहरण करने वालों को चोटें आई। जिन्हें सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सिविल लाइन थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। गांव घिमाना निवासी विरेंद्र गांव जसौरखेड़ी निवासी महिला के साथ लीव इन रिलेशन में अपने घर पर रह रहा था। दोनों की पहले इस्टाग्राम पर दोस्ती हुई जो प्यार में बदल गई। एक महीना पहले लीव इन रिलेशन का सर्टिफिकेट बनवा गांव घिमाना में साथ रहने लगे। इसी बीच महिला के सुसरालीजनों, मायका पक्ष तथा प्रेमी पक्ष के बीच बातचीत हुई और असौदा थाने में समझौता हो गया। जिस पर महिला वापस अपने सुसराल चली गई। गत चार सितंबर को महिला को फिर से अपने प्रेमी विरेंद्र के पास आ गई। जिस पर महिला के सुसराल पक्ष तथा मायका पक्ष के लोग भी गांव घिमाना पहुंच गए। अनहोनी घटना की आशंका की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और महिला को सामान्य अस्पताल के वन स्टॉप सेंटर में ले आई। मंगलवार को गांव घिमाना के मौजिज व्यक्ति वीरेंद्र के परिजन, महिला के सुसरालीजन, मायका पक्ष के लोग सामान्य अस्पताल पहुंचे और समझाने की कोशिश की लेकिन दोनों साथ रहने पर अड़े रहे। आखिरकार दोनों पक्षों के लोग अपने घर वापस लौट गए।
मंगलवार देर शाम को युवक का हुआ अपहरण, अपहृताओं की गाड़ी पलटी: मंगलवार देर शाम को गांव घिमाना निवासी विरेंद्र सफीदों रोड जेडी-7 चौराहे पर खड़ा हुआ था। इत्तफाकिया महिला के मायका पक्ष तथा सुसराल पक्ष के लोग गाड़ी लेकर वहां पहुंच गए। जिन्हें देख कर वीरेंद्र दुकान में घुस गया। आरोपितों ने वीरेंद्र को जबरन उठा कर अपनी गाड़ी में डाल लिया। इसी बीच दुकानदार ने अपहरण की सूचना पुलिस को दे दी। वहीं वीरेंद्र ने भी अपने भाई सोनू को फोन कर महिला के परिजनों द्वारा अपहरण की बात कही। हरकत में आई पुलिस ने गाड़ी के नंबर के आधार पर पीछा करना शुरू कर दिया। गाड़ी जब जुलाना बाईपास से गुजर रही थी और पुलिस पीछा कर रही थी तो उसी दौरान कट मारने के फेर में गाड़ी चालक नियंत्रण खो बैठा। जिसमें अपहरण किए गए वीरेंद्र समेत उसमें सवार सात अपहरणकर्ता घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
अपहरण का मामला दर्ज किया: सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी नफे सिंह ने बताया कि अपहरण किए गए युवक के भाई सोनू की शिकायत पर गांव जसौरखेड़ी निवासी सुखबीर, नरेश, महिला का भाई गुरदीप तथा तीन-चार अन्य के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया हुआ है। पुलिस रात को अपहरणकर्ताओं की गाड़ी का पीछा कर रही थी। उसी दौरान गाड़ी पलट गई। जिसमें आठ घायल हो गए।