-उच्च शिक्षा में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने में शिक्षकों की भूमिका विषय पर हुई सार्थक चर्चा
-वरिष्ठ पत्रकार एवं हिंदी प्रेमी डॉ. वेद प्रताप वैदिक ने की कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत
गुरुग्राम। वरिष्ठ पत्रकार एवं हिंदी प्रेमी डॉ. वेद प्रताप वैदिक ने कहा कि हमें उच्च शिक्षा के सभी स्तरों पर भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना होगा। तभी वैज्ञानिक चेतना और शोध में रचनात्मकता आएगी। वे मंगलवार को गुरुग्राम विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय सेमिनार के दूसरे दिन उच्च शिक्षा में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने में शिक्षकों की भूमिका विषय पर बोल रहे थे।
गुरुग्राम विवि के छात्र कल्याण विभाग द्वारा शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सेमीनार में डा. वेद प्रताप वैदिक ने कहा कि हिंदी को लेकर इस प्रयास में देश के सभी शिक्षकों की मुख्य भूमिका होनी चाहिए, क्योंकि शिक्षक ही हमारी शिक्षा प्रणाली के आधार स्तंभ हैं। डॉ. वेद प्रताप वैदिक ने सभी को सुभाव दिया कि जितना ज्यादा हो सके हमें अपने हस्ताक्षर को हिंदी में करने का प्रयास करना चाहिए।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने उच्च शिक्षा में भारतीय भाषाओं के प्रयोग पर जोर देते हुए कहा कि आज यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन तक भारतीय भाषाओं में अध्ययन की व्यवस्था उपलब्ध हो। इसके अलावा सरकारी कामकाज से लेकर न्यायतंत्र तक भारतीय भाषाओं के प्रयोग को बढ़ावा देने की जरूरत है। क्योंकि आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भारतीय भाषाओं के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है।