शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने पंजाब सरकार पर कसा तंज, सीएम मान को लेकर कही ये बड़ी बात
यमुनानगर। प्राकृतिक आपदा के समय हरियाणा को पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि अब हरियाणा पानी ले ले। इस पर कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि वह पहले भी कॉमेडियन रहे हैं। शायद पिछला असर आ गया होगा। इसलिए इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री के लिए इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग ठीक नहीं है। वह एक बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उनको मैं नसीहत तो नहीं दूंगा, लेकिन एसवाईएल का पानी बेहद गंभीर विषय है और हरियाणा को बहुत बड़ी जरूरत है। पंजाब से पानी पाकिस्तान जा रहा है और वहां वह नुकसान कर रहा है। वहीं पानी अगर हरियाणा के पास आता है तो दक्षिण हरियाणा की समस्या का समाधान हो जाता। उन्होंने कहा कि पंजाब को इस विषय पर गंभीर होकर काम करना चाहिए। इस प्रकार की राजनीति नहीं करनी चाहिए। दिल्ली में वह कहते हैं पानी चाहिए। पंजाब में कहते हैं कि पानी नहीं जाने देंगे। पानी पाकिस्तान में जाएगा तो इनको कोई समस्या नहीं है।
लेकिन हरियाणा में जाएगा तो उससे दिक्कत है। इस प्रकार से यह नहीं समझ आता कि वह किस विचार से काम कर रहे हैं। माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को पालन करवाना और पालन करना सरकार की जिम्मेदारी होती है। पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करें और हरियाणा के हक का पानी दे। कैबिनेट मंत्री कंवरपाल ने बताया कि कल जगाधरी विधानसभा में अल्पसंख्यक मोर्चा सम्मेलन जाटों वाला गांव होने जा रहा है और यह एक विशाल सम्मेलन होगा। भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े मुस्लिम कार्यकर्ताओं की बड़े लंबे समय से मांग थी। साथ ही उनके द्वारा यह कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस बार काफी बड़ी संख्या में मुस्लिम सरपंच जीतकर आए हैं। वहीं मुस्लिम समाज के लोगों को पहले डराया जाता था कि भाजपा उनके खिलाफ है। आरएसएस आपके खिलाफ है, इस प्रकार से उनको बहकाया जाता था, लेकिन उन्होंने 10 सालों में सरकार का सारा व्यवहार देखा कि जिस प्रकार नरेंद्र मोदी पूरे देश की जनता के लिए काम कर रहे हैं और इसी प्रकार हरियाणा में मनोहर लाल पूरे प्रदेश की जनता को अपना परिवार मानकर कम कर रहे हैं। आज ऑनलाइन प्रणाली से सब काम अपने आप हो रहे हैं। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिना किसी भेदभाव के काम किया जा रहा है। इन सभी जन कल्याणकारी नीतियों से सभी प्रभावित हुए।