बच्चों को पहली जुलाई से स्कूलों में मिलेगा पका पकाया दोपहर का भोजन: शिक्षा विभाग

Update: 2022-06-27 07:34 GMT

हरयाणा: कोरोना वायरस संक्रमण व लॉकडाउन के बाद पहली बार एक जुलाई को सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों को दोपहर में पका पकाया भोजन मिलेगा। इस बारे में शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल मुखियाओं को दिशा.निर्देश भी जारी कर दिए। साथ ही इस मामले में किसी तरह की कोई ढिलाई बरती तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी करने के आदेश दिए है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब डेढ.दो साल के अरसे के बाद सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मिल का भोजन बनाने की तैयारी शुरू करवा दी है। भेजे गए निर्देशों में कहा गया है कि स्कूल खुलते ही उसी दिन से बच्चों को सूखा राशन देने की बजाए उनको दोपहर में स्कूल में पका पकाया भोजन दिया जाए। भोजन पकाने की तैयारी पहले से ही की जानी चाहिए। भेजे निर्देशों में कहा गया है कि पहले वाले सभी मिनू व व्यवस्था रहेगी। किस क्लास के बच्चे को कितना भोजन दिया जाना है। ये सारी व्यवस्था पहले से ही तय की जानी चाहिए। अगर किसी सामान की कोई कमी है। स्कूल खुलने से पहले स्कूल मुखिया इन चीजों का ध्यान रखेंगे। कोई भी सामान नहीं है तो उसकी खरीद करवाई जाए। मसलन हरी सब्जी, दूध व अन्य सामान शामिल है। इनके अलावा गैस सिलेंडर भी पहले से ही भरवा कर रखा जाना चाहिए। ताकि पहली जुलाई को स्कूल खुलते ही बच्चों को दोपहर में भोजन वहीं पर दिया जा सके। इस बारे में शिक्षा विभाग के निदेशक ने सभी स्कूल मुखियाओं को निर्देश भेजे जा चुके है।

यहां यह बताते चले कि कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से पहले स्कूलों में बच्चों को दोपहर का भोजन दिया जाता था,लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण फैलने व लॉकडाऊन लगने के बाद शिक्षक बच्चों को उनके घरों पर जाकर सूखा राशन देने लगे। विगत में सरकारी स्कूल खुले,लेकिन स्कूल में भोजन बनाए जाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई। जिसके चलते बच्चों को सूखा राशन ही दिया जाने लगा। अब छुट्टियां खत्म हुई तो अब फिर से बच्चों को स्कूलों में दोपहर के समय भोजन दिए जाने की व्यवस्था शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग की तरफ से निर्देश आने के बाद स्कूल मुखियाओं ने स्कूलों में मिड डे मील का भोजन बनाने की तैयारी शुरू कर ली है।

Tags:    

Similar News