Chandigarh: अधिकारियों को सर्वाधिक प्रदूषित स्थानों की पहचान करने का निर्देश
Chandigarh,चंडीगढ़: पंचकूला के उपायुक्त डॉ. यश गर्ग Deputy Commissioner Dr. Yash Garg ने संबंधित अधिकारियों को जिले में सबसे प्रदूषित स्थानों की पहचान कर निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह निर्देश लघु सचिवालय के सभागार में इस संबंध में आयोजित बैठक के दौरान दिए। गर्ग ने हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुधीर मोहन को निर्देश दिए कि वे सबसे प्रदूषित स्थानों, विशेषकर मोरनी के होटलों का दौरा करें और उनकी निरंतर निगरानी करें ताकि ये होटल पहाड़ी क्षेत्र में गंदगी फैलाकर पर्यावरण को प्रदूषित न करें और अपने कूड़े का उचित तरीके से और सही जगह पर निपटान करें। उपायुक्त ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, नगर निगम पंचकूला, नगर परिषद पिंजौर कालका, जनस्वास्थ्य विभाग, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिए कि वे मडावाला, खोखरा, कामी और झूरीवाला गांवों पर ध्यान केंद्रित करें और ग्रामीणों द्वारा कूड़ा जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए कूड़ा एकत्र करें।
गर्ग ने संबंधित विभागों को सेक्टरों में सेकेंडरी प्वाइंट खत्म करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन सभी बिंदुओं पर कार्ययोजना बनाकर शीघ्र प्रस्तुत की जाए ताकि कार्ययोजना को कार्रवाई आरंभ करने के लिए मुख्यालय भेजा जा सके। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारी को सेक्टर 32 का दौरा करने तथा वहां जलाए जा रहे या एकत्र किए जा रहे कूड़े का निपटान करने के निर्देश दिए ताकि जिले में प्रदूषण फैलने से रोका जा सके। उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील की कि वे अपने उद्योगों व गांवों का कूड़ा उचित स्थान पर डालें तथा उसे न जलाएं। इस अवसर पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता एनके पायल, एसडीओ प्रवीण सेठी, सिंचाई विभाग के एसडीओ सुखविंद्र सिंह, पंचकूला व कालका नगर निगम के संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।