धोखाधड़ी के मामले में दंपती सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज, पढ़े पूरी खबर

दो कनाल 15 मरले भूमि का सौदा 46 लाख 50 हजार रुपये में तय कर कम रेट में रजिस्ट्री कराकर 30 लाख 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी

Update: 2022-02-12 15:55 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: नारायणगढ़। दो कनाल 15 मरले भूमि का सौदा 46 लाख 50 हजार रुपये में तय कर कम रेट में रजिस्ट्री कराकर 30 लाख 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी के मामले में दंपती सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज, पढ़े पूरी खबर किया गया है। इस संदर्भ में स्थानीय वार्ड 12 के अमरजीत सिंह ने पुलिस अधीक्षक अंबाला को शिकायत भेजी थी। उन्होंने कहा कि उसके दादा गरीब दास की वर्ष 1992 में हुई मृत्यु हो गई थी। इसके उपरांत उनके हिस्से में पांच कनाल तीन मरले जमीन आई थी। उसने अपनी बुआ का पांच कनाल तीन मरले रकबा खरीद कर इंतकाल अपने नाम दर्ज कराया था।

शिकायतकर्ता के अनुसार उन्होंने अपनी भूमि का आधा भाग दो कनाल 15 मरले संजय गुप्ता निवासी सेक्टर चार हुड्डा के साथ प्रॉपर्टी डीलर संजय कुमार, राकेश वालिया और कंवरपाल उर्फ कोरा निवासी गांव बरौली को 46 लाख 50 हजार रुपये में बेचने के लिए 2011 में सौदा तय किया था। सौदे की बातचीत के दौरान उसका सगा भाई अनिल कुमार व हमारे परिचित महिंद्र सिंह भी उन व्यक्तियों के साथ मौजूद थे। संजय गुप्ता ने हमारा विश्वास जीतने के लिए हमें दो लाख रुपये बयाने के तौर पर देकर रजिस्ट्री की तारीख 17 मई 2011 को संजय गुप्ता ने 17 लाख 20 हजार रुपये में रजिस्ट्री कराई तथा उसने हमें 10 लाख रुपये नकद दे दिए और तय किए हुए सौदे के मुताबिक 34 लाख 50 हजार रुपये के दो अलग-अलग चैक हमें दे दिए जो कि 26 जून 2011 व 10 जनवरी 2012 की तारीख के थे।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसके ताऊ के लड़के सतीश कुमार ने तहसीलदार को एक दरख्वास्त देकर इस जमीन का इंतकाल रुकवा दिया। जब बाद में बैंक में चेक लगाने की बात की तो उन्होंने हमें बरगलाकर मात्र 4 लाख रुपये नकद दे दिए और चैक पर क्रास मार दिय और कहा कि इंतकाल दर्ज होते ही आपको 30 लाख 50 हजार रुपये नकद मिल जाएंगें। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी धोखाधड़ी कर हमारी रकम हड़पना चाहता है। उसके बाद जब वह कुछ अपने परिचितों के साथ संजय गुप्ता के घर गया और अपनी रकम लेने बारे उससे बात की परंतु संजय गुप्ता ने हमें बार- बार मौजिज व्यक्तियों के बीच झूठे आश्वासन दिए और बार-बार कहा कि 30 लाख 50 हजार रुपये वापिस कर दूंगा परंतु उसने यह रुपये न देकर हड़प लिए।
बाद में दबाव बनाने के लिए वह मेरे भाई अनिल व कुछ मौजिज व्यक्तियों जिनमें गांव लोटों का पूर्व सरपंच तथा पूर्व एमसी भी था के विरुद्ध मारपीट करने बारे झूठी दरखास्त थाना में दे दी, जो कि थाना नारायणगढ़ में जांच के उपरांत झूठी पाई गई। अब जब उससे रुपये मांगे जाते हैं तो वह जान से मारने की धमकी देता है। अमरजीत की शिकायत पर नारायणगढ़ पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई आरंभ करदी है। 
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