गुरुग्राम (आईएएनएस)| मुख्यमंत्री के फ्लाइंग स्क्वायड और एनसीईआरटी के अधिकारियों द्वारा यहां कई पुस्तक डिपो पर छापा मारने के एक दिन बाद सदर बाजार के सात पुस्तक विक्रेताओं के खिलाफ धोखाधड़ी, कॉपीराइट अधिनियम और साजिश का मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। रविवार को एनसीईआरटी के अधिकारियों द्वारा दायर एक शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के अधिकारियों और मुख्यमंत्री के उड़नदस्ते (फ्लाइंग स्क्वायड) द्वारा जिन दुकानों पर छापा मारा गया, उनमें बंसल बुक डिपो, जैन बुक डिपो, सरस्वती बुक डिपो सहित अन्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री के फ्लाइंग स्क्वायड इंस्पेक्टर हरीश ने कहा, शनिवार देर रात तक छापेमारी चलती रही। उसके बाद एनसीईआरटी के अधिकारियों के बयान पर अलग-अलग पुस्तक विक्रेताओं (बुकसेलर्स) के खिलाफ धोखाधड़ी और कॉपीराइट अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जांच के दौरान पाया गया कि एनसीईआरटी द्वारा निर्धारित दरों पर किताबें बेचे जाने के बावजूद नकली किताब सामग्री पर विक्रेताओं को 50 फीसदी मुनाफा मिल रहा था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, शहर के नामी स्कूलों में इन्हीं बुकसेलर्स द्वारा स्टॉल भी लगाए गए हैं। स्कूल प्रबंधन और बुक डिपो के बीच सांठगांठ के एंगल की भी जांच की जा रही है।
--आईएएनएस