रोहतक: आईएमटी स्थित ऑटो मोबाइल कंपनी में ब्लास्ट से 2 मजदूरों की मौत के मामले में कंपनी के एचआर मैनेजर व सिक्योरिटी अफसर के खिलाफ केस दर्ज (Blast in Rohtak Shivam Auto Tech) कर लिया गया है. हालांकि अभी तक ब्लास्ट के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है. उधर मारे गए दोनों मजदूरों के शव का पीजीआई रोहतक में मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमॉर्टम किया.
गौरतलब है कि सोमवार सुबह आईएमटी स्थित शिवम ऑटो टेक लिमिटेड में ब्लास्ट की वजह से उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद निवासी मजदूर रमेश व सोनभद्र निवासी बिजेंद्र की मौत हो गई थी. जबकि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का सच्चिदानंद गंभीर रूप से झुलस गया था. गंभीर रूप से झुलसे इन मजदूरों को एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं हो पाई थी और उन्हें ट्रक में पीजीआई ले जाया गया था, जहां रमेश व बिजेंद्र की मौत हो गई थी. जिसके बाद आईएमटी पुलिस स्टेशन और श्रम विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची थी.
बाकी मजदूरों ने कंपनी के बाहर आकर कड़ा विरोध भी जताया था. इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे सच्चिदानंद के सोमवार देर रात बयान दर्ज हुए. जिसमें उसने बताया कि वह पिछले 4 साल से कंपनी में काम कर रहा है. वह सुबह के समय ड्यूटी पर था. उसी के साथ रमेश व बिजेंद्र भी काम कर रहे थे. इसी दौरान एक मशीन में अचानक ब्लास्ट हो गया. इन मशीनों की देखरेख का काम सिक्योरिटी अफसर कमल शर्मा के जिम्मे है.
घायल सच्चिदानंद का कहना है कि कई बार उसे मशीनों को चेक करने के लिए कहा गया था लेकिन कोई बात नहीं सुनी. जिसके चलते यह हादसा हो गया. वहीं, इस हादसे के लिए एचआर मैनेजर अनिल साहू भी जिम्मेदार हैं. पुलिस ने सच्चिदानंद के बयान के आधार पर एचआर मैनेजर व सिक्योरिटी अफसर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए और 337 के तहत केस दर्ज कर लिया है. पीजीआई रोहतक में मंगलवार को रमेश व बिजेंद्र के शव का डाक्टरों के बोर्ड ने पोस्टमॉर्टम किया.